महाअष्टमी पर रौनक… मंदिरों में उत्सव का माहौल

नवरात्र पर जिलाभर के मंदिरों में मां के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की लगी लंबी कतारें

निजी संवाददाता-सोलन
नवरात्रि के आठवें दिन भक्तों ने दुर्गा अष्टमी बड़ी श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाई। जिलाभर के विभिन्न मंदिरों में माता दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का पूरे दिन तांता लगा रहा। मंदिरों में मेले जैसा माहौल नजर आया। वहीं घरों में माता का पूजन करने के साथ ही कन्याओं का भोग लगाया गया। जिला सोलन में दूर्गा अष्टमी पर्व पर भारी संख्या में भक्त मां दुर्गा के जयकारों से साथ मंदिरों में पूजा अर्चना की और अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए पूरे विधि-विधान से मंदिरों में सुबह से पूजा-अर्चना और उपासना करते नजर आए। बात दे कि जिला सोलन के मां के मंदिरों में सुबह से ही भक्त मां के चरणों में नतमस्तक हुए व सभी की खुशहाली की कामना की। सोलन शहर की अधिष्ठात्री देवी माता शूलिनी मंदिर में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा और श्रद्धालु पूजा अर्चना कर माता के दर्शन कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। मां शूलिनी मंदिर के अलावा, सिद्धेश्वरी मंदिर, चामुंडा, गंज बाजार का दुर्गा माता के मंदिर, शामती में काली माता मंदिर सहित क्षेत्र के अन्य मंदिरों में भक्तों की भीड़ लगी रही।

अष्टमी पर मंदिर परिसरों सहित घर घर में कन्या पूजन किया गया। कन्या पूजन के अवसर पर छोटी -छोटी बालिकाओं की प्रसन्नता का कोई ठिकाना ही नहीं था। बालिकाओं के चेहरे पर प्रसन्नता की लहर देख कर मां दूर्गा के दर्शनों से कम अनुभूति नहीं हो रही थी। श्रद्धालुओं ने मंदिरों में माथा टेककर मनोकामनाएं मांगी। इस दौरान कोविड गाइडलाइन का भी पालन हुआ। सुबह करीब 7.30 बजे अष्टम नवरात्रि की पूजा और भजनों का गुणगान किया गया। गौरतलब रहे कि अष्टमी व नवमी तिथि पर कन्या पूजन करने का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस दौरान 5, 7, 11 कन्याओं की पूजा करके उन्हें भोग लगाने से देवी मां की असीम कृपा मिलती है। जीवन की समस्याएं दूर होकर तरक्की व खुशियों के द्वार खुलते हैं। वहीं कन्या पूजन के दिन लोग कन्याओं को अलग-अलग उपहार भी देते हैं। ताकि वे घर से खुशी-खुशी विदाई लें।

कन्याओं को ये-ये करें भेंट
नवरात्र पर श्रद्धालु बच्चों को पढ़ाई से जुड़ा सामान भी दे सकते है। ये उनके काम भी आएगा। ऐसे में आप उन्हें किताबें, कॉपी, पेन, पेंसिल, कलर आदि उपहार के तौर पर दे सकते हैं। इसके अलावा आप उन्हें स्कूल बैग, बोतल, टिफिन आदि भी गिफ्ट कर सकते हैं।
श्रृंगार का सामान होता है शुभ
इस दौरान कन्याओं को श्रृंगार का सामान देना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इससे देवी दुर्गा की असीम कृपा होती है। साथ ही घर में सुख-समद्धि व खुशियों का संचार होता है। इस शुभ पर्व पर कन्याओं को लाल रंग का कोई वस्त्र या चुनरी दें। इससे देवी मां की असीम कृपा आप पर बरसेगी। ठीक इसी तरह कन्याओं को कोई भी मौसमी फल दें। आप चाहे तो देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु के प्रिय फल केला, नारियल दे सकती है। मान्यता है कि इन दोनों का एकसाथ दान करने से घर में सुख व समृद्धि का वास होता है।