चैत्र नवरात्र…माता शूलिनी मंदिर में सुबह पांच बजे से खुलेंगे कपाट

सोलन के प्रसिद्ध शक्तिपीठों में मंदिर प्रबंधन ने पूरी की तैयारियां, श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष प्रबंध

निजी संवददाता-सोलन
मंगलवार से शुरू होने वाले चैत्र नवरात्र को लेकर जिले के सिद्धपीठों और मंदिरों में मंदिर समिति की ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। जिला सोलन के प्रसिद्ध शूलिनी माता मंदिर, शूलिनी पीठम, काली माता मंिदर, दुर्गा माता सहित अन्य माता के मंदिरों में चैत्र नवरात्रों में माता के नौ रूपों की विशेष पूजा आयोजित की होती है। मंदिरों में साफ-सफाई के साथ ही मंदिरों को चारों ओर से सजाने का कार्य लगभग पूरा हो गया है। सोलन का शूलिनी मंदिर सोलन वासियों और प्रदेशभर से आने वाले सभी लोगों की आस्था का केंद्र है। नवरात्र को लेकर बाजारों में माता के वस्त्रों, फूल-मालाओं की दुकानों पर खूब खरीदारी हो रही है। शहर में नारियल की आवक भी तेज हो गई है।चैत्र नवरात्र की रौनक घरों में ही नहीं, बल्कि मंदिरों और बाजार में भी देखी जा सकती है। नवरात्र की पूजा व व्रत विधि-विधान से करने पर मां दुर्गा प्रसन्न होकर भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं। चैत्र नवरात्रि नो अप्रैल से शुरू हो रहे हैं।

कलश स्थापना इसी दिन सुबह की जाएगी। मान्यता है कि अगर भक्त संकल्प लेकर नवरात्रि में अखंड ज्योति प्रज्वलित करें और उसे पूरी भावना और मन से जलाए रखे तो देवी प्रसन्न होती हैं और उसकी सभी मनोकामना पूर्ण करती हैं।नवरात्र के दौरान माता रानी को प्रसन्न करने के लिए श्रद्धालु कलश स्थापना, अंखड ज्योति, माता की चौकी आदि तरह के पूजा अर्चना करते हैं। नवरात्र पर्व को लेकर श्रद्घालुओं में उत्साह है। शहर में मॉल रोड, लक्कड़ बाजार,गंज बाजार,चौक बाजार सहित जिला की अन्य दुकाने नवरात्रि की पूजा सामग्री से सजी है । नवरात्र की खरीदारी हो रही है। बाजारों में खरीददारी करने के लिए महिलाएं जा रही है। जो विभिन्न प्रकार की मन मोह लेने वाली सांझी मां के साथ उसके भाई और टिकली आदि खरीद रही है। वहीं एसडीएम सोलन डा. पूनम बंसल ने बताया कि सुबह से माता के दर्शन करने के लिए मंंिदर के कपाट पांच बजे खोल दिए जाएंगे। शूलिनी माता मंदिर सोलन में होमगार्ड जवानों के साथ पुलिस जवानों की ड्यूटी भी प्रशासन की ओर से लगाई गई है। वहीं लोग बेहतर तरीके से माता के दर्शन मंदिर में कर पाए इसके लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। उन्होंने बताया कि नवरात्रों को लेकर प्रशासन पूरी तरह से तैयार है और इसको लेकर मंदिर में सभी इंतजाम किए गए हैं। भक्तों को इस बार माता के दर्शन गर्भगृह में हो पाएंगे और प्रशासन द्वारा यहां पर लोगों के कीर्तन करने और दर्शन करने के लिए भी प्रावधान किए गए हैं।