सडक़ पर बेजुबानों का जमघट, हादसे का डर

कार्यालय संवाददाता-मंडी
चंडीगढ़-मनाली एनएच सडक़ पर स्थित सुंदरनगर से मंडी तक बेसहारा पशुओं का खूब जमघट लगा रहा है। आलम यह है कि बल्ह क्षेत्र के नेरचौक, भंगरोटू, लूणापानी, गुटकर, रत्ती सहित अन्य क्षेत्र पर एनएच पर लावारिस पशुओं के झुंड खड़े रहते हैं। जिस कारण एनएच पर सडक़ दुर्घटनाओं का इजाफा हो रहा हे। वाहन चालक स्वयं व पशुओं के बचाव के चलते दुघर्टनाग्रस्त हो रहे हैं। इस बाबत जिला पशु अत्याचार निवारण समिति मंडी के संस्थापक सदस्य राष्ट्रपति अवार्डी पर्यावरणविद् एवं भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड भारत सरकार से मनोनीत जीव जंतु कल्याण प्रतिनिधि सीताराम वर्मा और एसपीसीए मंडी के महासचिव सीबीसी सदस्य एवं जीव जंतु कल्याण बोर्ड भारत सरकार से मनोनीत जीव जंतु कल्याण प्रतिनिधि मदन पटियाल ने भारी संख्या में सडक़ पर घूम रहे गोवंश को लेकर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि ये बैल सडक़ों, पुलों पर देखे जा रहे हैं। ये बाहरी राज्यों से हिमाचल में छोड़े जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि सरकार प्रदेश की सीमाओं में नाक के लगाकर चेक करें तो इन शरारती तत्वों पर शिकंजा का सजा सकता है। जिसकी डीएसपी का मंडी कई बार सरकार बा प्रशासन से मांग कर चुकी है। सीताराम वर्मा ने बताया कि इन पशुओं को भी परमात्मा ने धरती में भेजा है। इन्हें भी धरती पर रहने का पूर्ण अधिकार है। इनके संवर्धन और संरक्षण के लिए सभी मनुष्यों को आगे आना चाहिए।

सीताराम वर्मा व मदन पटियाल ने कहा कि भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड भारत सरकार ने एडवाइजरी जारी कर कहा था कि कोई भी गोवंश सर्दी में खुले आस-पास के नीचे नजर नहीं आना चाहिए। उन्हें शेल्टर देना प्रत्येक ग्राम पंचायत, नगर पंचायत, नगर परिषद, नगर निगम का कर्तव्य है। वे अपने अपने क्षेत्र में गोवंश या गो सदन खोलकर बेसहारा बेजुबानों का आश्रय दें और उनके खान-पान का भी पूर्ण प्रबंध करें। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश के माननीय उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश ने इस दिशा में आदेश पारित किए हैं, लेकिन धरातल पर यह संस्थाएं ध्यान नहीं दे रही है। मुख्य न्यायाधीश ने मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग से आग्रह किया है कि प्रदेश की सडक़ों में कोई भी बेसहारा गोवंश नजर नहीं आना चाहिए। सीताराम वर्मा ने बताया कि डीसीपीए मंडी गोवंश के संरक्षण के लिए और पशु कू्ररता अधिनियम-1960 की जानकारी अपने शिविरों के माध्यम से जागरूकता अभियान चला रही है।