मार्केट में कुल्लू के लजीज मटर की एंट्री

जिला की सब्जी मंडियों की लौटने लगी रौनक, आठ माह तक चलने वाले सीजन का आगाज

हीरालाल ठाकुर-भुंतर
करीब एक माह की देरी के बाद अनूठे स्वाद के लिए मशहूर कुल्लू का हरा मटर मार्केट में दस्तक देने लगा है। हरे मटर की मंडी में एंट्री से जिला में कृषि सीजन-2024 का आधिकारिक आगाज भी हो गया है। जिला के निचले ईलाकों से आ रहे हरे मटर ने बाजार में आते ही अपना रंग दिखाना आरंभ कर दिया है। कुल्लू के मटर के दाम सब्जी मंडी में पहुंचते ही 50 रुपए प्रति किलो के आंकड़े को पार कर गए हैं, जिसने कम उत्पादन की समस्या से परेशान उत्पादकों के चेहरों पर रौनक ला दी है। मटर के मंडियों में आने के बाद अब कुल्लू जिला की सब्जी मंडियां आठ माह तक किसानों-बागबानों के उत्पादों से सराबोर रहेगी।

कृषि उपज मंडी समिति के अधिकारियों से मिली जानकारी अनुसार पिछले सप्ताह भुंतर, मंडी में हाइब्रिड किस्म के मटर की कीमत अधिकतम 50 रुपए प्रति किलो अधिकतम रही तो लोकल किस्मों को 45 रूपए तक के दाम प्राप्त हुए। अधिकारियों के अनुसार आने वाले दिनों में इसकी कीमत में और इजाफा हो सकता है। मार्केट सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिला की सबसे बड़ी भुंतर सब्जी मंडी में हरे मटर की आवक पिछले करीब एक सप्ताह से पहुंचने लगी है तो बाहरी राज्यों के व्यापारियों ने भी स्वादिष्ट हरे मटर को देश भर की मंडियों में पहुंचाने के लिए यहां पर डेरा जमाना आरंभ कर दिया है। हालांकि अभी तक बहुत कम आवक आ रही है लेकिन आने वाले दिनों इसकी खेप और बढऩे वाली है। (एचडीएम)

जिया, हुरला, थरास, बजौरा, शमशी से आने लगा मटर
जिया, हुरला, थरास, बजौरा, शमशी सहित निचले इलाकों से मटर मंडियों में आ रहा है और दो सप्ताह के बाद मध्यम उंचाई वाले इलाकों से भी बड़े पैमाने पर मटर की खेप यहां पर पहुंच जाएगी। जिला में कृषि सीजन के आगाज के बाद अब घाटी के कारोबारी भी सक्रिय हो गए हैं और आढ़तियों ने भी अपने अपने कर्मचारियों को वापस बुलाना आरंभ कर दिया है। अधिकतर कारोबारी नवंबर में सीजन समाप्त होने के बाद अपने घर लौटते हैं और मटर की दस्तक के बाद सब्जी मंडी में लौटते हैं। भुंतर सब्जी मंडी के कारोबारी प्रेम कुमार, राम पाल, खजाना राम, श्याम लाल के अनुसार स्थानीय सब्जियों की आवक मंडियों में पहुंचने लगी है। सीजन का आगाज होने के कारण आवक कम है लेकिन कुछ सप्ताह में बढऩे की आस है।