आखिर खरीद केंद्रों में गेहूं बेचने पहुंचे किसान
मंडियों में 2275 प्रति क्विंटल होगा गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य
विभाग ने दस हजार मीट्रिक टन फसल खरीदने का तय किया लक्ष्य
पहले दिन 8.35 एमटी गेहूं की खरीद, पोर्टल पर 471 किसानों ने करवाया पंजीकरण
स्टाफ रिपोर्टर — शिमला
प्रदेश में किसानों से गेहूं की फसल खरीदने के लिए बनाए गए गेहूं खरीद केंद्रों में खरीद शुरू हो गई है। पहले दिन शुक्रवार को किसानों से 8.35 एमटी गेहूं की फसल की खरीद की गई है। प्रदेश में चार अप्रैल से गेहूं खरीद केंद्र खोल दिए गए थे। किसान करीब दो सप्ताह बाद गेहूं खरीद केंद्रों में फसल बेचने पहुंचे हैं। गेहूं की फसल बेचने के लिए विभाग के पोर्टल पर अब तक 471 किसानों ने पंजीकरण करवाया है। 471 में से 201 किसानों को गेहंू की फसल बेचने के लिए टोकन जनरेट किए गए हैं। राज्य नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा किसानों से गेहूं की फसल की खरीद की जाएगी। विभाग द्वारा किसानों से दस हजार मीट्रिक टन गेहूं की फसल खरीदने का लक्ष्य तय किया गया है। प्रदेश में किसानों से गेहूं की फसल की खरीद करने के लिए दस गेहूं खरीद केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें अनाज मंडी फतेहपूर, मिलवां, इंदौरा, रियाली, नगरोटा बगवां/टांडा कोहली जिला कांगड़ा, धौलाकुआं, पावंटा साहिब जिला सिरमौर, मार्केट यार्ड नालागढ़, मलपुर बद्दी जिला सोलन तथा मार्केट यार्ड टकारला, रामपुर जिला ऊना शामिल है। इन मंडियों के माध्यम से किसानों से गेहूं फसल की जाएगी।
प्रदेश में किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य 2275 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया है। किसानों को एचपीएपीपीपीडॉटएनआईसीडॉटइन पोर्टल पर जाकर अपनी फसल का ब्यौरा भरने के बाद किसानों का गेहूं की फसल बेचेने के लिए पंजीकरण करना होगा। प्रदेश के किसान खाद्य आपूर्ति विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण करवाने के बाद किसानों को गेहूं की फसल बेचने के लिए टोकन नंबर और तिथि बताई जाएगी। पोर्टल पर बताई गई तिथि के अनुसार किसान गेहूं खीरद केंद्र में जाकर टोकन नंबर के साथ अपनी फसल बेच पाएंगे। एक मोबाइल नंबर पर एक ही पंजीकरण संभव है। गेहूं की फसल बेचने का भुगतान विभाग द्वारा किसानों के खाते में ही किया जाएगा।
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