फायर सीजन…फील्ड कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द

वन मंडल नूरपुर में 15 जून तक रहेगा फायर सीजन, आग से जगल बचाने के लिए वन विभाग चौकस

कार्यालय संवाददाता- नूरपुर
वन मंडल नूरपुर के अंतर्गत पड़ते वनों को आग से बचाने के लिए विभाग ने तैयारियां कर ली है । विभाग वनों को आग से बचाने के लिए पूरी तरह चौकस है और वन मंडल नूरपुर में वनों को आग से बचाने के लिए व आग पर काबू पाने के लिए फील्ड स्टाफ की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।

वन मंडल नूरपुर में 15 अप्रैल से 15 जून तक फायर सीजन रहेगा। विभाग ने वनों को आग से बचाने के लिए वन मंडल नूरपुर में एक कंट्रोल रूम बनाया है, जिसमें एसीएफ नूरपुर को नोडल अधिकारी बनाया गया है। डीएफओ नूरपुर अमित शर्मा ने बताया कि वन मंडल नूरपुर के तहत पांच वन रेंजें हैं, जिसमें वन रेंज नूरपुर, कोटला, जवाली, रे व इंदौरा शामिल है। वन मंडल नूरपुर के अंतर्गत लगभग 53 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल जिसके तहत 82 वन विट्स व 20 ब्लॉक आते हैं। इसमें लगभग 48 वन विट्स आग की दृष्टि से संवेनशील है, जिसमें 15 वन विट्स आग की दृष्टि से संवेदनशील व 34 वन विट्स अति संवेदनशील है, जिनके बचाव के लिए विभाग सतर्क है।

विभाग ने वनों को आग से बचाने के लिए 31 मार्च तक विभिन्न जगहों पर जागरूकता कैंप लगाए है और जायका व केएफडब्ल्यू के स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया गया है, जिसमें लोगों को जागरूक किया गया है। विभाग ने वनों को आग से बचाने के लिए लगभग 40 हेक्टेयर वन क्षेत्र में कंट्रोल बर्निंग की है और 29 हेक्टेयर फायर लाइन की मेंटिनेंस की है, ताकि गर्मियों में आग की
घटनाएं न हों और अगर कहीं आग की घटना घट जाए, तो आग आगे न फैले। विभागीय स्टाफ के सभी कर्मी फोरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर रजिस्टर भी हो रहे हैं, ताकि जंगल में आग लगने पर एसएमएस से तुरंत जानकारी मिल जाए। एफएसआई हर आग को सेटलाइट द्वारा मॉनिटर करता है और रजिस्टर यूजर्स को एसएमएस करता है। इस अवसर पर वन मंडल नूरपुर के डीएफओ अमित शर्मा ने बताया कि वन मंडल नूरपुर में वनों को आग से बचाने के लिए विभाग ने तैयारियां कर ली है । उन्होंने क्षेत्र की जनता से वनों को आग से बचाने के लिए सहयोग की अपील की है।