शिमला में धूमधाम से मनाया हिमाचल दिवस

राज्यपाल ने ध्वजारोहण कर ली सलामी, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी रहे मौजूद

सिटी रिपोर्टर—शिमला
राजधानी शिमला में सोमवार को 77वां राज्य स्तरीय हिमाचल दिवस धूमधाम से मनाया गया। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने शिमला के ऐतिहासिक रिज में राज्य स्तरीय हिमाचल दिवस समारोह की अध्यक्षता की तथा राष्ट्रीय ध्वज फहराया और मार्च पास्ट की सलामी ली। इस अवसर पर परेड कमांडर, आईपीएस अभिषेक के नेतृत्व में राज्य पुलिस, होमगार्ड, भारत स्काउट्स एवं गाइड्स तथा एनसीसी कैडेट्स की टुकडिय़ों द्वारा भव्य मार्चपास्ट प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू भी उपस्थित थे। राज्यपाल ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य के अस्तित्व में आने के बाद इस छोटे से पहाड़ी प्रदेश ने तेजी से विकास का सफर तय किया। कठिन भौगोलिक परिस्थितियां, दुर्गम क्षेत्र और अन्य जटिलताएं भी यहां के मेहनतकश लोगों के साहस को कम नहीं कर पाईं। प्रदेशवासियों ने राज्य को उन ऊंचाइयों तक पहुंचाया, जो दूसरों के लिए एक उदाहरण है। उन्होंने कहा कि सीमित संसाधनों से विकास के सफर की शुरुआत करने के बाद आज हिमाचल देशभर में पहाड़ी राज्यों के विकास का आदर्श प्रस्तुत कर रहा है। इसका श्रेय यहां के ईमानदार लोगों को जाता है, जिन्होंने अपनी निष्ठा और लग्न से प्रदेश को विकास के इस आयाम तक पहुंचाया है। उन्होंने विश्वास जताया कि प्रदेशवासी भविष्य में भी इसी उत्साह के साथ राज्य को प्रगति के पथ पर अग्रसर रखने में सदैव प्रयासरत रहेंगे। श्री शुक्ल ने कहा कि युवा ही राष्ट्र की असली संपत्ति हैं, जो देश को विकास के पथ पर आगे बढ़ा सकते हैं।

उन्होंने युवाओं मेें बढ़ते नशे पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह स्थिति समाज के लिए एक गंभीर खतरा है। इस सामाजिक बुराई के खिलाफ हमें मिलकर काम करना चाहिए। इसके लिए, शिक्षण संस्थान, समाज के सभी वर्ग और युवाओं को जोडक़र एक प्रभावी संदेश देना होगा, ताकि उनकी ऊर्जा व सामथ्र्य का राष्ट्र निर्माण में सदुपयोग हो सके। उन्होंने प्रदेशवासियों से आग्रह किया कि वे इस सामाजिक बुराई के खिलाफ मजबूती से पहल करें और प्रदेश को और सशक्त बनाने में योगदान दें। इस अवसर पर, राज्यपाल ने प्रदेश के उन महान सपूतों के प्रति आभार व्यक्त किया, जिन्होंने हिमाचल प्रदेश के विकास में योगदान दिया है। उन्होंने राज्य के महान स्वतंत्रता सेनानियों और राष्ट्र के लिए सर्वाेच्च बलिदान देने वाले शहीदों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की। राज्यपाल ने सभी नागरिकों से आगामी चुनाव में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग करने की अपील भी की। उन्होंने विश्वास जताया कि वे भारत के संविधान के आदर्शों और मूल्यों को मजबूत करने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। स्वास्थ्य मंत्री (कर्नल) धनी राम शांडिल, राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, लेडी गवर्नर जानकी शुक्ल, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, पुलिस महानिदेशक संजय कुण्डू, प्रधान सचिव, सचिव सहित प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।