कुसुम्पटी: लोकसभा में भाजपा विधानसभा में कांग्रेस चैंपियन

वीरेंद्र कश्यप और सुरेश कश्यप को दो बार लीड दे चुका है कुसुम्पटी

सोनिया शर्मा—शिमला
शिमला जिला के कुसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र में भी आगामी लोकसभा चुनाव का गणित रोचक रहने वाला है। यदि पिछले चार चुनावों की बात करें कांग्रेस के प्रभुत्व वाले इस जिला में वोटिंग ट्रेंड विधानसभा के लिए कांग्रेस के पक्ष में और लोकसभा के लिए भाजपा के पक्ष में रहा है। शिमला संसदीय सीट से भाजपा ने पूर्व सांसद सुरेश कश्यप को टिकट दिया है, जबकि कांग्रेस ने इस बार कसौली से विधायक विनोद सुल्तानपुरी को आजमाया है। इससे पिछले दो चुनाव में 2014 में रोहडू से विधायक रहे मोहनलाल बराकटा और 2019 में सोलन से वर्तमान विधायक कर्नल धनीराम शांडिल को प्रत्याशी बनाया गया था, लेकिन दोनों को ही हार मिली थी। कुसुमप्टी विधानसभा क्षेत्र की बात की जाए तो यहां पर भी कांग्रेस और बीजेपी का जीत-हार का मार्जन लोकसभा और विधानसभा चुनाव में अलग-अलग रहा है। इस बार कुसुम्पटी पर नजर इसलिए भी है, क्योंकि वर्तमान राज्य सरकार में यहां से अनिरुद्ध सिंह कैबिनेट मंत्री हैं। यहां लोकसभा चुनाव में भाजपा को और विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बढ़त मिलती रही है। साल 2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने मोहन लाल ब्राक्टा पर विश्वास जताया था, लेकिन कांग्रेस को यहां 11964 वोट मिले, जबकि भाजपा के वीरेंद्र कश्यप ने 19730 वोट हासिल किए। कुल वोट 34837 पड़े थे।
इसके बाद 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के धनीराम शांडिल को मैदान में उतारा था, लेकिन भाजपा ने सुरेश कश्यप को टिकट दिया। यहां पर कुल वोट 42917 पड़े थे, जिसमें भाजपा प्रत्याशी सुरेश कश्यप ने 29072 वोट प्राप्त किए थे, जबकि कांग्रेस को 12807 वोट मिले। हार-जीत का काफी अंतर कांग्रेस और भाजपा में था। यानी दो बार के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने कुसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र को अपने नाम किया है।

विधानसभा चुनाव की यदि बात करें तो अनिरुद्ध सिंह यहां से लगातार तीन चुनाव जीते हैं और भाजपा को लगातार पटकनी देते आए हैं। साल 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने विजय ज्योति सेन को टिकट दिया था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा, उन्हें कुल 41330 वोटों में से 12664 वोट पड़े थे, जबकि अनिरुद्ध सिंह ने 22061 वोट लेकर जीत हासिल की थी। 2022 के चुनाव में भाजपा ने यहां नया प्रयोग किया, लेकिन अनिल सिंह फिर भी चुनाव जीत गए और अब सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं, इसलिए भाजपा के सामने अब 2019 की लीड को बरकरार रखने की चुनौती है, जबकि अनिरुद्ध सिंह को अपनी लीड बरकरार रखनी होगी।

2022 में सुरेश भारद्वाज की बदली थी सीट
कुसुम्पटी में कांग्रेस की हैट्रिक को तोडऩे के लिए भाजपा ने शिमला शहरी के तीन बार के विधायक पूर्व मंत्री सुरेश भारद्वाज का टिकट 2022 में बदला था। उन्हें शिमला शहरी से टिकट न देकर कुसुम्प्टी से चुनाव लड़वाया गया, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद भाजपा इस सीट पर जीत हासिल नहीं कर सकी और हार का मुंह देखना पड़ा। यहां मंत्री अनिरुद्ध सिंह को 25251 वोट पड़े, जबकि पूर्व भाजपा मंत्री सुरेश भारद्वाज को 17104 वोट पड़े। चुनाव में कुल 46609 वोटर ने मतदान किया था।

इस बार कुसुम्पटी में कितने वोटर?
कुसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र से इस बार चुनाव में अभी तक 67650 लोग वोटर लिस्ट में हैं। इसमें 37839 पुरुष और 32802 महिलाएं हैं। इसमें 18 से 19 साल के करीब 1500 युवा अपने मत का प्रयोग करेंगे। हालांकि अभी भी वोट बनने का कर्मचारी है और चुनाव की अधिसूचना होने से पहले तक आने वाले आवेदन भी मतदाता सूची में जुड़ेंगे। कुसुम्पटी विधानसभा में लोकसभा में मतदान के लिए कुल 108 पोलिंग बूथ होंगे।