बैठने की जगह को लेकर मंढ़ोड़ देव जी नाराज

विवाद के चलते देवता ने छोड़ा मेला, नलवाड़ खड्ड में पीपल के चबूतरे पर हुए विराजमान
गगन शर्मा-सुंदरनगर
राज्य स्तरीय सुकेत देवता मेला सुंदरनगर के दूसरे दिन रविवार दोपहर बाद मेला ग्राउंड में मंच पर बैठने के स्थान को लेकर हुए विवाद के बाद मंढ़ोड़ देव जी कंदार सुंदरनगर अपने कारदारों और देवलुओं के साथ मेला छोड़ नलवाड़ खड्ड में एकांत में पीपल के चबूतरे पर विराजमान हुए। मंढ़ोड़ देव जी कंदार कमेटी के प्रधान प्रकाश ने बताया कि वर्ष 1988 से देवता मेला ग्राउंड में मंच पर विराजमान होते आ रहे है। लेकिन अबकी बार उनकी जगह पर कोई और देवता विराजमान हो गए है। उनके स्थान को खाली करने को लेकर सुकेत सर्व देवता कमेटी को बार-बार सूचना देते हुए आग्रह किया गया,लेकिन जब उनकी बात अनसुनी कर दी गई, तो देवता मेला छोड़ एकांत में खुले आसमान के नीचे नलवाड़ खड्ड में पीपल के चबूतरे पर विराजमान हुए है।

जब तक उनके पुराने स्थान को वापिस नहीं दिया जाता है वे मेला ग्राउंड में नहीं आएंगे और अगर हालात नहीं सुधरे तो वे सुकेत देवता मेला का बहिष्कार करेंगे क्योंकि देवता,कारदार और देवलू मेला में अपमानित होने नहीं आते है। सुकेत सर्व देवता कमेटी के अध्यक्ष डा. अभिषेक सोनी ने बताया कि देवताओं के बैठने को लेकर विवाद हुआ है। जिसके समाधान के लिए मेला कमेटी के अध्यक्ष व एसडीएम सुंदरनगर गिरीश समरा ने बैठक बुलाई है और कार्यालय से देवता के बैठने की जगह का रिकॉर्ड जांचा जा रहा है। विवाद को सुलझाया जा रहा है। -एचडीएम