नगरखेड़ा के वार्षिक उत्सव की नाहन में धूम

ऐतिहासिक शाही महल के खुले कपाट, मूल खेड़ा स्थान के किए नागरिकों ने दर्शन
कार्यालय संवाददाता-नाहन
लगभग 400 वर्ष प्राचीन ऐतिहासिक नाहन शहर नगर क्षेत्रपाल देवता अथवा खेड़ा महाराज का उत्सव नाहन शहर में रविवार को श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। इस दौरान रविवार को नाहन शहर के शाही महल के कपाट भी आम नागरिकों के दर्शनों के लिए खोले गए। बता दें कि वर्ष 1621 में नाहन शहर की स्थापना बाबा बनवारी दास महाराज के आशीर्वाद से तत्त्कालीन नाहन शहर के राजा ने की थी। वहीं जिस स्थान पर बाबा बनवारी दास ने तपस्या की थी। उसी स्थान पर नगरखेड़ा का मूल निवास भी है। हालांकि इसे लगभग 35 वर्ष पूर्व यहां से बड़ा चौक में स्थापित कर दिया गया है, ताकि आम शहर के नागरिक सुगमता से नगरखेड़ा की प्रतिदिन पूजा अर्चना कर सकें।

वहीं वार्षिक नगरखेड़ा उत्सव के दौरान शाही मूल के द्वार को भी मूल स्थान में नागरिकों के दर्शनब के लिए खोला जाता है। नगरखेड़ा समिति के सदस्य गौरव, राजकुमार सैणी, विशाल, नवीन, प्रतीक इत्यादि ने बताया कि नगरखेड़ा क्षेत्र नाहन में क्षेत्रपाल देवता का वार्षिक उत्सव कार्यक्रम में परिक्रमा यात्रा का आयोजन नगरखेड़ा क्षेत्र से नाहन शहर में हुआ। वहीं रविवार को ऐतिहासिक कालीस्थान मंदिर नाहन में माता काली पूजन, हवन यज्ञ व पूर्णाहुति के साथ ही विशाल भंडारे का आयोजन हुआ, जिसमें हजारों शहरवासियों ने प्रसाद ग्रहण किया। गौर हो कि नाहन शहर को बाबा बनवारी दास महाराज द्वारा सिरमौर के राजा को निर्देश देकर बसाया गया है।