परवाणू में डेंगू मरीजों को आंकड़ा 250 के पार

मरीजों की बढ़ती तादाद से स्वास्थ्य विभाग सतर्क, घर-घर जाकर हो रही पेयजल-सफाई व्यवस्था की जांच

निजी संवाददाता-परवाणू
हिमाचल का सबसे पुराना औद्योगिक कस्बा इन दिनों डायरिया से जूझ रहा है, जिससे स्वास्थ्य विभाग की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। डायरिया के मामले सिर्फ परवाणू से ही नहीं बल्कि टकसाल पंचायत से भी आ रहे है, जिससे ईएसआई अस्पताल में मरीजों की तादाद बढ़ती जा रही है। सोमवार तक डायरिया का अधिकारिक आंकड़े 190 पार कर गए थे, जिनमें कुछ लोग ठीक भी हो गए हैं। मंगलवार को यह आंकड़े 190 से बढक़र 250 के करीब पहुंच गए है, वहीं हेल्थ वालंटियर्स और आशा वर्कर अब घर-घर जाकर पानी और सफाई व्यवस्था की जांच कर रही है और अब तो यह कार्यकर्ता परवाणू के उद्योगों में भी जाकर पीने के पानी की व्यवस्थाओं की जांच कर रही हैं।

वहीं डायरिया के बढ़ते मामलों को लेकर परवाणू ईएसआई अस्पताल प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग भी काफी चिंतित है, हालांकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जनहित में एडवाजरी जारी कर दी गई थी और लोगों को पानी उबाल कर पीने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं आशा वर्कर एवं स्वास्थ्य विभाग के कार्यकर्ता घर-घर जाकर पानी की जांच कर रहे है और पीने के पानी को पीने लाइक बनाने के लिए गोलियां भी वितरित की जा रही है। लोगों को पानी ढक के रखने और गंदा पानी इक्कठा न किए जाने की सख्त हिदायत दी जा रही है।

सीएमओ बोले मंगलवार को आए 40 नए मामले
सीएमओ परवाणू ईएसआई चीफ मेडिकल ऑफिसर डा. ज्योति कपिल ने बताया कि मांगलवार को लगभग 40 नए मामले निकल आए हैं। उन्होंने कहा कि काफी लोग ठीक भी हो रहे हैं, और अस्पताल प्रशासन पूरी जिम्मेदारी के साथ मरीजों की स्थिति पर ध्यान दे रहा है।

टेस्टिंग में पानी में पाया गया क्लोरोफार्म बेक्टिरिया
बीएमओ डा. कविता शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि जो पानी के सैंपल टेस्टिंग के लिए भेजे गए थे, उनमे क्लोरोफार्म बेक्टिरिया पाया गया है। उन्होंने बताया कि इसकी जानकारी एमओएच, सहायक आयुक्त को और संबंधित विभागों को दे दी गई है।