बारिश-ओलों की मार; गेहूं तबाह, फल बर्बाद

किसानों-बागबानों के चेहरे मुरझाए, मौसम की बेरुखी ने किसानों की मेहनत पर फेरा पानी

निजी संवाददाता- जवाली
सोमवार शाम को हुई मूसलाधार बारिश व ओलावृष्टि से किसानों-बागबानों व सब्जी उत्पादकों के चेहरे मुरझा गए हैं। किसानों की फसल तबाह हो रही है, तो बागबानों के बागीचों में फलदार पौधों की बौर को झाड़ दिया है। सब्जी के बेलें व पौधे भी खराब हो गए हैं। किसानों द्वारा बीजी गई गेहूं, जौ, सरसों व आलसी की फसल पक चुकी है तथा किसानों ने कटाई का कार्य भी शुरू कर दिया है, लेकिन बारिश होने से खेतों में काट कर रखी गई फसल गीली हो गई, तो वहीं खड़ी फसल को भी बारिश तथा ओलावृष्टि से नुकसान हुआ है। किसानों ने कहा कि फसल की पैदावार कम होने साथ ही पशुओं के चारा की भी समस्या पैदा हो जाएगी।

उन्होंने कहा कि किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया है तथा मौसम की बेरुखी के कारण किसानों को बैंक से लिया गया कर्ज चुकाना मुश्किल हो जाएगा। बागबानों ने कहा कि इस समय आम, लीची व आड़ू के पौधों पर बौर आई हुई है, जिसको ओलावृष्टि व बारिश ने झाड़ दिया है। बागबानों अनुसार इस बार आम, लीची व आड़ू की बंपर फसल होने की उम्मीद थी, लेकिन बारिश व ओलावृष्टि ने उम्मीदों को धराशायी कर दिया है। व्यापारी वर्ग भी अब फसल नहीं खरीदेगा। सब्जी उत्पादकों ने कहा कि हमारे द्वारा बीजी गई घीया, कद्दू, लोकी की बेलों को ओलावृष्टि व बारिश ने नुकसान पहुंचाया है, वहीं बैंगन, मिर्च के पौधों पर आए फूल झड़ गए हैं।