भक्तों के साथ पर्यटकों को भी खींचेगी शिववाटिका

मंदिर प्रशासन द्रोण शिव मंदिर की फुलवारी को विकसित करने के लिए हुआ प्रयासरत

स्टाफ रिपोर्टर-गगरेट
सुप्रसिद्ध द्रोण शिव मंदिर शिवबाड़ी अंबोटा अपने धार्मिक महत्व के साथ-साथ यहां की सुंदरता के लिए भी जाना जाएगा। मंदिर प्रशासन मंदिर के जीर्णोद्धार के साथ-साथ इसके नैसर्गिक सौंदर्य को बढ़ाने के लिए भी जुट गया है। चारों ओर से घने जंगल से घिरे शिव मंदिर के साथ मंदिर प्रशासन ने एक फुलवारी को विकसित करने की कदमताल शुरू की है। इस फुलबाड़ी को शिव वाटिका का नाम दिया गया है। मंदिर से वापस जाने के लिए विकसित किए जा रहे रास्ते के साथ-साथ इस फुलवाड़ी को विकसित किया जा रहा है, जो यहां से गुजरने वाले शिव भक्तों को बरबस ही अपने ओर आकर्षित करेगी। मंदिर प्रशासन की योजना सिरे चढ़ी तो द्रोण शिव मंदिर धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने में कारगर सिद्ध होगा। वैसे तो द्रोण शिव मंदिर शिवबाड़ी को प्रकृति ने अपनी संदुरता से ऐसा सहेजा है कि जो भी यहां आता है। वह यहां के नैसर्गिक सौंदर्य को देखकर मंत्रमुग्ध हो जाता है।

मंदिर के आस पास घने जंगल में पेड़ों से लटकती लताएं इस जंगल की सुंदरता को भी चार चांद लगाती हैं। बेशक अभी तक मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए अभी तक कोई खास प्रयास नहीं हो पाए, मंदिर प्रशासन शिव मंदिर को संवारने के लिए अब गंभीर नजर आ रहा है। शिव मंदिर को इस तरह से संवारा जा रहा है कि यहां आने वाले श्रद्धालु इसकी सुंदरता देखकर मंत्रमुग्ध हुए बिना न रहें। मंदिर के मुख्य गुंबद को भी अब बेहतरीन रूप देने के प्रयास जारी हैं तो मंदिर से वापस जाने वाले श्रद्धालु सीधे मंदिर के साथ सटे मुख्य मैदान तक पहुंच सकें। इसके लिए एक रास्ता विकसित किया जा रहा है। इस रास्ते के साथ-साथ शिव वाटिका विकसित की जा रही है। जिसमें तरह-तरह के फूल-पौधे लगाकर इन्हें विकसित किया जा रहा है। बीस व इक्कीस अप्रैल को सुप्रसिद्ध शिवबाड़ी मेले का आयोजन होगा तो इस मेले में शिरकत करने वाले यहां के बदले रूप को देखकर आश्चर्यचकित जरूर होंगे। मंदिर प्रशासन के प्रयास फलीभूत हुए तो धार्मिक पर्यटन का यह मंदिर आने वाले दिनों में मुख्य केंद्र बनेगा।