सूत्रधार कला संगम ने सुमित चौहान को दी श्रद्धांजलि

सूत्रधार कला संगम में दो दशक तक नाटक और गीत-संगीत के विभिन्न कार्यक्रमों में दी सेवाएं

दिव्य हिमाचल ब्यूरो-कुल्लू
मंगलावर को सूत्रधार कला संगम कुल्लू की विशेष बैठक में संस्था के पूर्व सदस्य एवं पत्रकार सुमित चौहान को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी। 1990 के दशक में सूत्रधार कला संगम के सदस्य बनने के बाद लगभग दो दशकों तक सुमित चौहान सूत्रधार कला संगम में नाटक और गीत-संगीत के विभिन्न कार्यक्रमों में संस्था के एक अहम कलाकार के रूप में अपनी सेवाएं देते रहे हैं। उन्होंने जंगल तंत्रम, गधे की बारात, कहो रिपुदमन आदि नाटकों में एक रंगकर्मी के रूप मे मुख्य भूमिका निभाई है।

इसके अलावा सूत्रधार के अन्य कार्यक्रमों में भी एक उत्कृष्ट कलाकार के रूप में अपनी बेहतरीन प्रस्तुतियां दी है। सुमित चौहान न केवल एक बेहतरीन कलाकार बल्कि एक खिलाड़ी, पत्रकार और समाज सेवा के क्षेत्र में भी सक्रिय रहे हैं। गत दिनों 20 मार्च को उनके आकस्मिक निधन से सूत्रधार परिवार ने अपने एक अहम सदस्य को खोया है। आज सूत्रधार परिवार द्वारा बैठक से पूर्व सुमित चौहान की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। सदस्यों द्वारा कला संस्कृति के प्रति किए गए अविस्मरणीय पलों को याद किया और इश्वर से प्रार्थना की गई कि इनकी दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें।