रण में विक्रमादित्य सिंह रामपुर की भी होगी परख

2019 में मोदी को लीड दे चुका है वीरभद्र का किला, 2021 में प्रतिभा सिंह को 20000 वोट की लीड दी

राजेश मंढोत्रा—शिमला
मंडी संसदीय सीट के चुनाव में वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य सिंह को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद रामपुर आरक्षित विधानसभा क्षेत्र की भी एक नए मायनों में परख होगी। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का गृह क्षेत्र होने के कारण रामपुर में कांग्रेस को अच्छे वोट मिलते रहे हैं, लेकिन पिछले तीन चुनाव से वोटिंग के ट्रेंड में काफी अंतर है। जिस रामपुर में कभी भारतीय जनता पार्टी के बूथ भी नहीं लगते थे, वहां 2014 के संसदीय चुनाव में रामस्वरूप शर्मा के खिलाफ प्रतिभा सिंह को सिर्फ 10,136 वोट की लीड मिली थी। यह चुनाव प्रतिभा सिंह हार गई थी। उसके बाद विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के नंदलाल यहां से आसानी से जीते। लेकिन 2019 के संसदीय चुनाव में मोदी लहर में रामपुर ने भी रामस्वरूप शर्मा को 11,550 वोट की लीड दी। यह किसी करिश्मे से कम नहीं था, लेकिन तब कांग्रेस ने पंडित सुखराम के पोते आश्रय शर्मा को प्रत्याशी बनाया था। इसमें एक संकेत यह भी है कि जब वीरभद्र परिवार चुनाव न लड़े तो यहां भाजपा को लीड संभव है। इस बार भाजपा ने सरकाघाट से कंगना रनौत को प्रत्याशी बनाया है, जबकि कांग्रेस ने विक्रमादित्य सिंह को।

इसके बाद 2021 में जब रामस्वरूप शर्मा के निधन के बाद प्रतिभा सिंह ने उपचुनाव लड़ा तो रामपुर ने फिर से कांग्रेस को करीब 20000 वोट की लीड दी। जयराम सरकार के होते हुए प्रतिभा सिंह यह उप चुनाव जीत गई थी। लेकिन इसके बाद एक और ट्वीस्ट यहां देखने को मिला। 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने एबीवीपी से आये कौल नेगी को टिकट दिया और उन्होंने 27,830 वोट लेकर कांग्रेस को भी हैरान कर दिया। कांग्रेस प्रत्याशी नंदलाल यहां से सिर्फ 567 वोट से जीते थे। हार और जीत का यह अंतर सिर्फ 0.2 फ़ीसदी था। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले चार बार के विधायक नंदलाल को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार में सातवें राज्य वित्त आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। उनकी नियुक्ति 2 मार्च 2024 को हुई थी। नंदलाल 2007 में आईटीबीपी से वीआरएस लेकर राजनीति में आए थे और चार बार विधायक बने। वह बेशक विधानसभा चुनाव में कम वोट से जीतकर आए थे, लेकिन इस बार विक्रमादित्य सिंह के लिए रामपुर कितना समर्थन देता है? इस पर सबकी नजर रहेगी। -एचडीएम

रामपुर में वोट कितना?
2024 के लोकसभा चुनाव से पहले फाइनल हुई मतदाता सूची में रामपुर विधानसभा क्षेत्र के तहत 77,734 वोटर हैं। इनमें से 40,138 मतदाता पुरुष हैं और 37,596 मतदाता महिलाएं हैं। मतदाताओं की संख्या में सर्विस इलेक्टर्स भी शामिल हैं। हालांकि 1 अप्रैल 2024 को मतदान की आयु प्राप्त करने वाले मतदाता इसमें अभी जुड़ सकते हैं। सामान्य तौर पर रामपुर विधानसभा क्षेत्र में खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में अच्छी वोटिंग होती है।

कौल नेगी ने पिछले चुनाव में चौंकाया
वीरभद्र सिंह का गृह क्षेत्र होने के कारण रामपुर बुशहर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के पक्ष में अच्छी वोटिंग होती है। भारतीय जनता पार्टी ने यहां इससे पहले कई तरह के प्रत्याशी आजमाये, लेकिन कामयाबी नहीं मिली। पिछले विधानसभा चुनाव में एबीवीपी से भाजपा में आए कौल नेगी ने इस सीट पर मुकाबले काफी रोचक कर दिया था। वर्तमान में कौल नेगी भाजपा की प्रदेश कार्य परिषद के सदस्य हैं। इस चुनाव में उनकी भी परीक्षा है।