मौसम की मार… गेहूं और फलदार फसलों पर संकट

सराज में ओलावृष्टि ने किसानों की मेहनत पर फेरा पानी, मांगा मुआवजा

दिव्य हिमाचल टीम -थुनाग,गोहर,मंडी
मंडी जिला की सराज घाटी में शनिवार को ओलावृष्टि के कारण सराज में सेब, मटर व नकदी फ सलें बर्बाद हो गई हैं। शनिवार को दोपहर बाद मौसम ने इस तरह करवट बदली कि किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। सराज घाटी के क्षेत्र में ओलों ने हजारों किसान और बागबानों की कमर तोड़ कर रख दी है। ओलवृष्टि होने से सेब मटर, पलम, शकरपारा, खुमानी, फूलगोभी, बंद गोभी और अन्य सभी तरह की फ सलें बर्बाद हुई हैं। किसानों ने कहा कि शनिवार को इतने बड़े स्तर पर ओले पड़े हैं कि जैसे बर्फ ही गिर गई हो। पूरे खेत सफेद चादर ओढ़ चुके हैं।

सराजघाटी के जरोल, लंबाथाच, थुनाग, बगस्याड़, कांडा, बागाचनोगी, पखरैर, झुंडी, लोट, शिलहीबाग, बागाचनोगी, भाटकीधार, धरवारथाच, चयूणी, चेत, ओड़ीधार, केयोली, थनुटा, लेह, शिकाबरी, बगस्याड़, थाना शिबा और लेह नकटेरा आदि क्षेत्र में जमकर ओलावृष्टि हुई है। वहीं शनिवार को हुई ओलावृष्टि से गोहर, दाण, देलग टिक्करी, बासा, खारसी, बस्सी, महजयोठी, नैहरा, चैलचौक व साथ लगती अन्य पंचायतों में किसानों की फ सलों का अधिक नुकसान हुआ है। क्षेत्र के अग्रणी किसानों, पंचायती राज संस्थाओं से जुड़े प्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन व सरकार से मांग की है कि ओलावृष्टि से प्रभावित हुई फ सलों का राजस्व विभाग की टीम के माध्यम से आकलन कर उन्हे उचित मुआवजा प्रदान किया जाए।

फलदार फसलें बर्बाद होने से आर्थिकी पर संकट
मंडी। मंडी में मौसम करवट लेने से फसलों को खासा नुकसान पहुंचा है। बारिश के साथ-साथ ओलावृष्टि से खेतों में कटाई के लिए खड़ी गेंहू फ सल प्रभावित हुई है। मंडी में गेहूं की फसल लगभग तैयार हो चुकी है वहीं कुछ किसानों ने फसल काटकर सूखने के लिए खेतों में रख दी थी, जो अचानक बारिश होने से प्रभावित हुई है। बारिश के साथ हुई भारी ओलावृष्टि ने भी खूब तबाही मचाई है। जिससे किसानों और बागबानों के चेहरों पर निराशा नजर आई। ओलावृष्टि से प्लम, आम, खुमानी जैसी फ लदार फ सलों को बहुत नुकसान पंहुचा है। बता दें कि मंडी के कुछ हिस्सों में बागबान प्लम, आम, खुमानी जैसे फलों की बागवानी करते हैं और उन्हें बेचने के लिए बाजारों में लाया जाता है। कुछ लोगों की आर्थिकी इन्ही फलों को बेचकर चलती है।