सियासत का खेल भी अजब है.. और इस खेल को खेलने वाले खिलाड़ी भी अजब.. सियासत में हमेशा कोई किसी का दुश्मन नहीं रहता कोई किसी का हमेशा दोस्त नहीं रहता. ये बात बिल्कुल सटीक बैठती है.. कुर्सी की लड़ाई कभी मित्रों में फूट डाल देती है तो कभी विरोधियों के करीब ला देती है… हिमाचल में तो पिछले कुछ समय से इस बात को प्रमाणित करने के लिए कई उदाहरण मिले हैं,,दल बदल की राजनीति हिमाचल में ऐसे हावी हुई की आज जो कभी धुर विरोधी होते थे वो एक फ्रेम में नजर आते हैं ..
विशेष
Himachal Election: सियासत के निराले खेल, नई जोड़ी करेगी कमाल?
May 19th, 2024 8:33 pm