नालागढ़ में बावा ही होंगे कांग्रेस के सरदार, भाजपा के केएल ठाकुर से सामना
विपिन शर्मा — नालागढ़
नालागढ़ विधानसभा उपचुनाव के लिए भाजपा केबाद कांग्रेस ने भी अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी है। कांग्रेस ने यहां से 2022 के विस चुनाव में प्रत्याशी रहे हरदीप सिंह बावा पर ही भरोसा जताया है। हरदीप बावा कांग्रेस की टिकट पर दूसरी मर्तबा नालागढ़ हल्के के चुनावी रण में ताल ठोंकेंगे। साथ ही उपचुनाव में विगत विस चुनाव के दोनो पुराने प्रतिद्वंद्वी आमने-सामने होंगे। पिछली बार केएल ठाकुर बतौर आजाद प्रत्याशी व हरदीप बावा कांग्रेस की टिकट पर चुनावी दंगल में उतरे थे, जिसमें केएल ठाकुर ने 13264 वोटों से जीत दर्ज की थी। बता दें कि कांग्रेस ने करीब एक सप्ताह़ तक उपचुनाव टिकट के लिए मंथन किया। इसमें हरदीप सिंह बावा शुरुआत से ही आगे रहे, लेकिन चर्चा पूर्व विधायक लखविंद्र सिंह राणा व आबकारी विभाग में संयुक्त आयुक्त उज्ज्वल सिंह राणा के नाम पर भी हुई। बाद में हर एक गुणदोष व जमीनी पकड़, पार्टी के प्रति समर्पण, ब्लॉक कांग्रेस का रुझान सहित अन्य पहलुओं को देखते हुए हरदीप सिंह बावा के नाम पर मुहर लगी। बता दें कि नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी केएल ठाकुर चौथी मर्तबा चुनावी रण में दम दिखाने उतरेंगेे, इससे पूर्व केएल ठाकुर दो मर्तबा भाजपा की टिकट पर और एक मर्तबा निर्दलीय चुनाव लड़ चुके हैं। अब तक के तीन विस चुनावों में केएल ठाकुर को दो मर्तबा जीत और एक मर्तबा हार का सामना करना पड़ा है।
इस बार केएल ठाकुर विस उपचुनाव के बहाने चौथी दफा अपनी किस्मत आजमाने चुनावी मैदान में उतरेंगे। वर्ष 2012 में सरकारी नौक री छोड़ नालागढ़ की राजनीति में कदम रखने वाले केएल ठाकुर ने पहला चुनाव भाजपा की टिकट पर लड़ा था और बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी। केएल ठाकुर 20 जून को नामाकंन दाखिल करेंगे। कांग्रेस प्रत्याशी हरदीप बावा का यह तीसरा विस चुनाव है। बावा ने पहला चुनाव कांग्रेस की टिकट न मिलने पर बगावत कर वर्ष 2017 में बतौर निर्दलीय प्रत्याशी लड़ा था। इस विस चुनाव में बावा को 13095 मत मिले थे। दूसरा विस चुनाव बर्ष 2022 में कांग्रेस की टिकट पर लड़ा और निर्दलीय केएल ठाकुर के हाथों हार का सामना करना पड़ा। हरदीप बावा के पक्ष में जो एकमात्र सुखद बात सामने आ रही है, वह यह है कि इस समय प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और सरकार के लिए उपचुनाव प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है।
बावा 19 जून को नामाकंन दाखिल करेंगे। वर्ष 2022 के विस आम चुनाव में केएल ठाकुर बतौर निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे और 33427 मत लेकर कांग्रेस प्रत्याशी हरदीप बावा (20163) को 13264 मतों से हराया था। भाजपा प्रत्याशी लखविंद्र सिंह राणा इस चुनाव में 17273 मत लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे। इस बार नालागढ़ विधानसभा चुनाव में बिलकुल नए समीकरण बनते दिख रहे हैं, जिसमें आजाद प्रत्याशी अब कमल के निशान पर होगा। हालांकि इस बार के विस उपचुनाव में जीत-हार की चाबी लखविंद्र राणा के हाथ रहेगी, क्योंकि एक बड़ा वोट बैंक अभी भी राणा के हाथ में है। लखविंद्र राणा ने कहा कि नालागढ़ से भाजपा प्रत्याशी को रिकार्ड मतों से जीता कर विधानसभा भेंजेंगे।
(एचडीएम)
हरप्रीत सैणी की दो टूक निर्दलीय चुनाव लडंूगा
भाजपा नेता हरप्रीत सैणी ने बगावत का बिगुल बजा दिया है। हरप्रीत सैणी ने सोमवार को नालागढ़ में सर्मथकों के साथ बैठक की और आगामी चुनावी रणनीति पर चर्चा की। सर्मथकों ने भी एक सुर में सैणी को निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लडऩे का ग्रीन सिग्रल दे दिया। स्वर्गीय हरिनारायण सैणी के भतीजे हरप्रीत सैणी का यह कदम भाजपा के साथ कांग्रेस के भी समीकरण बिगाड़ेगा। हरप्रीत सैणी ने कहा कि चुनाव हर सूरत लडं़ूगा और 21 जून को नामांकन दाखिल करूंगा।
लखविंद्र राणा पहली बार चुनावी राजनीति से बाहर
नालागढ़ विस क्षेत्र के दो दशक के सियासी सफर में पहली बार लखविंद्र राणा चुनावी राजनीति से बाहर होंगे। वर्ष 2003 से बतौर निर्दलीय प्रत्यशी चुनावी समर में उतरे लखविंद्र राणा ने अब तक छह विस चुनाव लड़े और दो मर्तबा जीत दर्ज की, लेकिन गत 20 वर्ष के अंतराल में यह पहली बार होगा कि राणा चुनाव नहीं लड़ रहे। 2003 में लखविंद्र राणा ने भाजपा से बगावत कर बतौर निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव लड़ा था और 11515 मत हासिल किए थे। 2007 में लखविंद्र राणा ने कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन भाजपा के हरिनारायण सैणी से मुकाबले में हार गए। 2011 में हरिनारायण सैणी के निधन के बाद हुए उपचुनाव में लखविंद्र राणा ने पहली जीत दर्ज की, लेकिन 2012 के विस चुनाव में केएल ठाकुर से चुनाव हार गए। 2017 में कांग्रेस प्रत्याशी लखविंद्र राणा ने भाजपा के केएल ठाकुर को हराकर दूसरी जीत दर्ज की थी। 2022 के विस चुनाव से ऐन पहले राणा ने कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया और वर्ष 2022 के विस चुनाव में भाजपा के बागी केएल ठाकुर से मुकाबले में करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। राणा इस चुनाव में भाजपा की टिकट पर तीसरे नंबर पर रहे। अब बदले हालात में केएल ठाकुर की भाजपा में वापसी हुई और उपचुनाव में टिकट भी केएल ठाकुर को मिली।