दुनिया में जितनी स्पीड से इंटरनेट का उपयोग बढ़ रहा है, उसी स्पीड से साइबर क्राइम भी बढ़ रहा है। ऐसे में इन जुर्मों को रोकने के लिए साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट की जरूरत होती है, इसलिए छात्र कोई भी साइबर सिक्योरिटी कोर्स करने के बाद अपने करियर को नई दिशा दे सकते हैं…
साइबर सिक्योरिटी को आज के समय की जरूरत कहा जाए, तो गलत नहीं होगा। बढ़ती तकनीकी और कम्प्यूटर के इस्तेमाल ने इस फील्ड में प्रोफेशनल्स की डिमांड बढ़ा दी है। बीते समय में बहुत से संस्थानों को साइबर हमलों का सामना करना पड़ा और आगे भी इनकी संभावना बनी है। ऐसे में उन प्रोफेशनल्स की जरूरत है, जो संस्थानों को, उनके डाटा को साइबर अटैक से बचा सकें। इसी वजह से साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट की जरूरत भी दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। ये एक ओपेन फील्ड है, जहां बिना डिग्री के भी केवल स्किल्स होने पर प्रवेश किया जा सकता है। साइबर सिक्योरिटी ऑनलाइन अपराध को कम करने की एक शाखा है, जिसके तहत एथिकल हैकर्स की एक बड़ी टीम आपका डाटा चोरी होने, डाटा डिलीट होने या आपके किसी भी डिवाइस को नुकसान होने से आपको सुरक्षित करते हैं। इसे इन्फार्मेशन सिक्योरिटी के नाम से भी जाना जाता है। इंटरनेट पर साइबर हमलों को रोकना और सिस्टम डाटा को सुरक्षित रखना होता है।
बुनियादी कौशल
स्ट्रेटेजिक मार्केट रिसर्च के अनुसार, वैश्विक साइबर सिक्योरिटी मार्केट वर्ष 2030 तक करीब 478 अरब डालर के आसपास पहुंच जाएगा। इंडस्ट्री एक्सपट्र्स का अनुमान है कि इस समय करीब 35 लाख साइबर सिक्योरिटी एक्सपट्र्स की कमी है, जबकि वर्ष 2025 तक यह आवश्यकता बढक़र 45 लाख एक्सपट्र्स तक पहुंच जाएगी यानी जो कुशल युवा होंगे, उनके समक्ष अवसरों की कमी नहीं रहने वाली है। वे अपनी रुचि के अनुसार, इंफार्मेशन सिक्योरिटी, नेटवर्क सिक्योरिटी इंजीनियरिंग, साफ्टवेयर डिवेलपमेंट, क्लाउड सिक्योरिटी, साइबर सिक्योरिटी एनालिस्ट, साइबर सिक्योरिटी मैनेजर, सिक्योरिटी आर्किटेक्ट एवं डाटा सिक्योरिटी जैसे डोमेन का चयन कर सकते हैं। हालांकि बेहतर यह होगा कि अपनी पसंद के किसी डोमेन को चुनने से पहले उसके बारे में पूरी रिसर्च कर लें। वैसे, गूगल एवं माइक्रोसाफ्ट जैसी कंपनियों ने भी युवाओं को साइबर सिक्योरिटी में प्रशिक्षित करने की पहल की है। माइक्रोसाफ्ट ने तो अगले तीन वर्षों में करीब दस हजार युवाओं को इंटर्नशिप एवं नौकरी देने का लक्ष्य रखा है।
ऐसे कर सकते हैं शुरुआत
इस फील्ड में एंट्री करने के लिए आपके अंदर जिन स्किल्स और आपके पास जिन क्वालीफिकेशन की जरूरत होनी चाहिए, वे हैं…
कम्प्यूटर साइंस या संबंधित फील्ड में बैचलर्स की डिग्री होने पर इस फील्ड में आ सकते हैं।
फायरवॉल से लेकर दूसरे एंडप्वॉइंट सिक्योरिटी के बारे में जानकारी रखना ठीक रहता है।
कम्प्यूटर लैंग्वेज और टूल जैसे सी + +, जावा, नोड, पाएथन, रूबी, गो, पावर शेल वगैरह की नॉलेज होनी चाहिए।
हैकर्स के तरीकों के साथ ही साइबर सिक्योरिटी ट्रेंड्स की जानकारी होना जरूरी है।
प्रॉब्लम सॉल्विंग एटिट्यूड होना चाहिए और हर छोटी से छोटी चीज नजरों से बच न पाए यानी हर डिटेल पर नजर रखने की क्वालिटी होनी चाहिए।
भारत में सालाना मोटी कमाई
साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट की भारत में औसत सालाना सैलरी लगभग 18-20 लाख रुपए होती है। वहीं पूरी दुनिया में साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट की औसत सालाना सैलरी लगभग 25-34 लाख रुपए होती है।
कोर्स के लिए योग्यता
साइबर सिक्योरिटी की पढ़ाई के लिए यूजी और पीजी दोनों के लिए डिफरेंट कोर्सेज हैं…
अंडरग्रेजुएट पीजी
– प्रतिभागी को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 उत्तीर्ण करना जरूरी है।
– साइबर सिक्योरिटी कोर्सेज के लिए फिजिक्स, केमिस्ट्री, गणित आवश्यक विषयों के रूप में होने चाहिए। प्रतिभागी के पास 10+2 में कम से कम 50 फीसदी अंक होने चाहिए।
– अगर आप बीटेक साइबर सिक्योरिटी कोर्सेज में एडमिशन लेने का मन बना रहे हैं, तो उसके लिए आपको जेईई मेन्स, बिटसैट, एपी ईएएमसीईटी,जेईई एडवासंड एंट्रेंस एग्जाम पास करना होगा।
– अगर आप विदेश में जाना चाहते हैं तो कुछ परीक्षाओं की तैयारी करनी होती है जैसे आईईएलटीएस/टीओईएफएल में अच्छा स्कोर होना चाहिए।
– अगर आप पीजी साइबर सिक्योरिटी कोर्सेज जैसे एमटेक/एमई/ एमएससी में एडमिशन लेना चाहते हैं, तो इस योग्यता का ध्यान रखें। आपके पास न्यूनतम 50 फीसदी अंकों के साथ बीटेक/बीई/ बीएससी या किसी अन्य कोर्स में बैचलर्स डिग्री है, तो वरीयता मिलेगी।
– साइबर सिक्योरिटी के पीजी कोर्सेज में भारत के कुछ बहुत ही टॉप कुछ कालेज हैं, जो मेरिट लिस्ट के आधार पर एडमिशन का विकल्प रखते हैं, वहीं कुछ कालेज गेट, यूपीएसईई, टीएएनसीईटी परीक्षा पर जोर देते हैं।
– साइबर सिक्योरिटी में एमबीए करने के लिए आप विदेश जाने की का मन बना रहे हैं, तो कैट/मैट/जीमैट/जीआरई में आपके माक्र्स अच्छे होने चाहिए।
ट्रेंडिंग कोर्स : बैचलर कोर्स
– Bachelor of Engineering(Hons) – Cybersecurity Engineering
– Bachelor of Science in Cybersecurity
– Bachelor of Science inCybersecurity and Criminal Justice
– Bachelor of Science in Cybersecurity
and Economics
– Bachelor of Computer Science (Cybersecurity)
– Bachelor of Science inEthical Hacking andCybersecurity (Hons)
– Bachelor of Information Technology (Network andCybersecurity Systems)
– BSc (Hons) Cyber security
– Bachelor of Technology in Forensic Investigation: Digital Forensics
and Cybersecurity
मास्टर कोर्स
– MSc in Cybersecurity
– MSc in Cybersecurity and Networks
– MBA Cybersecurity
– MSc inComputer Science and Engineering – Cybersecurity and Network Systems
– Master of Science in Cyber security – Computer Science
– Master of Cybersecurity (Business Operation)
– Master of Science in Cybersecurity – Energy Systems
– Master of Science in Information Assurance and Cybersecurity
पीएचडी कोर्स
– PhD/MPhil in Computer Science and Informatics – Data Privacy and Cybersecurity
– Doctor of Philosophy in Cybersecurity
– Doctor of Philosophy in Computer Science – Cybersecurity and Policy
– Doctor of Philosophy in Information Studies – Cybersecurity and Privacy
– Doctor of Philosophy in Electrical Engineering- Networks and Cyber security
– Doctor of Philosophy in Computer Science – Cybersecurity and Network Systems
– Doctor of Philosophy in Computational Science and Engineering – Cyber security and Information Security
– Juris Doctor- Cybersecurity and Data Privacy
– Doctor of Philosophy in Cybersecurity
and Cryptography