दिव्य हिमाचल डिजिटल डेस्क
हमारे आराध्य भगवान श्रीराम को 14 वर्ष का वनवास मिला था, लेकिन देवभूमि हिमाचल प्रदेश की पहली स्मार्ट सिटी धर्मशाला में ग्रामीण हिमाचल भंडार गबली दाड़ी को 18 सालों से भी अधिक समय से वनवास पर भेजा गया है और वनवास में ही वह उजाड़ भी दिया गया है। हैरत की ही बात है कि करोड़ों रुपए के धर्मशाला शहर के मुख्य स्थल दाड़ी में बनाए गए भवन को खंडहर बना दिया गया है।
सरकारों-नगर निगम धर्मशाला, दाड़ी पंचायत, प्रशासन-विभागों का ऐसा कारनामा सामने आया है, जिसमें काफी बड़े सरकारी भूमि में करोड़ों का भवन 18 वर्ष बाद भी अपनी खस्ता हालत पर आंसू बहा रहा है। यूं तो धर्मशाला में ज़मीन न होने के नाम पर कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट लटका दिए जाते हैं, वापस भेज दिए जाते हैं, लेकिन दूसरी ओर उपलब्ध ज़मीन पर मड हाउस की तर्ज पर बने भवन को पहले पंचायत और अब नगर निगम ने जर्जर बना दिया है। दिव्य हिमाचल के संवाददाता नरेन कुमार और विनोद कुमार जब 18 साल पहले बने इस भवन की पड़ताल करने गए तो तस्वीरें हैरान कर देने वाली थीं। आपकों भी दिखातें है कि कैसे करोड़ों रुपए का भवन अब झाडिय़ों में दफन होते हुए नजर आ रहा है।