दिव्य हिमाचल डिजिटल डेस्क
बड़ी लंबी उम्र हो तुम्हारी…100 साल जियो बेटा/बेटी। यह वे शब्द हैं, जो बड़े-बुजुर्गों द्वारा आशीर्वाद के तौर पर कहे जाते हैं। भारत ही नहीं, दुनिया भर में जब कोई किसी को आशीर्वाद देता है, तो ऐसे शब्द मुंह से निकलते हैं। अब सवाल यह उठता है कि 100 साल जीने का आशीर्वाद तो मिल गया, लेकिन क्या हम लंबी उम्र के लिए खुद कुछ करते हैं। जवाब निकलेगा नहीं, बल्कि इसके उलट हम अपनी सेहत से खिलवाड़ करने लगते हैं, जिसके चलते इनसान बिमारियों का शिकार हो जाता है और समय से पहले ही दुनिया को अलविदा कह देता है। आज हम आपको एक ऐसी दुनिया से रू-ब-रू करवाएंगे, जहां के लोग 100 साल से ज्यादा जीते हैं और हंसी-खुशी जीवन व्यतीत करते हैं। हम बात कर रहे हैं ब्लू जोन्स के लोगों की, जहां की जीवनशैली बेहद सेहतमंद और खुशियों से भरी है।
क्या है ब्लू जोन्स
ब्लू जोन कोई एक क्षेत्र नहीं, बल्कि ऐसे क्षेत्र हैं, जहां के लोग लंबी उम्र तक जीवित रहते हैं। ब्लू जोन शब्द अमरीकी लेखक, खोजकर्ता डैन ब्यूटनर द्वारा दिया गया है, जिसका मतलब है दुनिया के ऐसे एरिया, जहां लोग 100 साल तक जीते हैं। यानी कि यह लोग कम बिमार पड़ते हैं। दुनिया में पांच ऐसे ब्लू जोन एरिया हैं, जो काफी प्रसिद्ध हैं। इनमें ग्रीस का इकारिया, इटली का ओग्लियास्त्रा व सार्डिनिया, जापान का ओकिनावा, कोस्टा रिका का निकोया प्रायद्वीप और कैलिफोर्निया का लोमा लिंडा क्षेत्र, जिन्हें ब्लू जोन एरिया में शामिल किया गया है।
100 साल तक कैसे जीते हैं
अब मन में सवाल उठ रहा है कि ब्लू जोन एरिया के लोग 100 साल तक कैसे जीते हैं। कहते हैं सेहतमंद जीवन के लिए सेहतमंद और संतुलित आहार बेहद जरूरी होता है। ब्लू जोन के लोग ऐसा ही आहार लेते हैं, जिसमें भरपूर मात्रा में विटामिन और खनिज होते हैं। मसलन सब्जियां, फलियां, साबुत अनाज, फल, नट्स और मांसाहारी भोजन नाममात्र। इसके अतिरिक्त ब्लू जोन के लोगों में समाज और व्यायाम बेहद मायने रखता है। यहां के लोग परिवार को बहुत महत्व देते हैं, जो उनके सामाजिक जीवन को खुशियों से भर देता है।
पर्यावरण का प्रभाव
स्वच्छ वातावरण स्वच्छ जीवन का स्रोत है। यही बात ब्लू जोन में भी है। यहां का पर्यावरण बेहद स्वच्छ है, जिसका सकारात्मक प्रभाव ब्लू जोन के लोगों पर पड़ता है। हालांकि किसी भी इनसान की ग्रोथ में जीन्स का भी प्रभाव होता है, लेकिन यह 20 से 30 फीसदी तक होता है। सेहतमंद लाइफ पर जो सबसे ज्यादा प्रभाव डालता है वह है पर्यावरण, जीवनशैली और खानपान। ब्लू जोन के लोगों के खानपान में 95 प्रतिशत हिस्सा नैचुरल है। यानी कि प्लांट बेस्ड फूड। इसी आहार के कारण यहां के लोगों में मोटापा, हार्ट डिजीज, डाइटबिटीज जैसी शिकायतें नहीं आती हैं। इसके अलावा ब्लू जोन के लोग लहसुन, अदरक, ग्रीन टी का भी सेवन करते हैं। ड्राई फ्रूट्स में बादाम, अखरोट व पिस्ता, जबकि फलों में सेब, संतरे, एवोकाडो, स्ट्रॉबेरी आदि का इस्तेमाल करते हैं।