दिव्य हिमाचल डिजिटल डेस्क
आधुनिकता के रंग में रंगते जा रहे समाज में बिमारियां भी लगातार घर कर रही हैं। गलत खानपान, बिजी शेड्यूल और ज्यादा सिटिंग से शरीर को कई तरह के रोग लग रहे हैं। नसों में ब्लॉकेज, शुगर, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट प्रॉब्लम आदि रोग अब कॉमन हो चुके हैं। यह बिमारियां अब बुजुर्गों को ही नहीं, बल्कि बच्चों और नौजवानों को भी लग रही हैं। इसका सीधा कारण है गलत खानपान, समय पर भोजन नहीं करना, फास्ट फूड को ज्यादा तरजीह देना।
फास्ट फूड तो मौजूदा समय में इतना पॉपुलर हो चुका है कि बच्चे तो दाल-चावल और रोटी को पसंद तक नहीं करते। उन्हें तो तीन टाइम फास्ट फूड ही पसंद है। शुगर और बीपी तो इतना कॉमन हो चुका है कि देश का हर तीसरा व्यक्ति इससे ग्रसित है, लेकिन क्या आपको पता है कि हमारे किचन में सब्जियों के साथ एक ऐसी चीज मौजूद है, जिनकेनियमित सेवन से इन बिमारियों से काफी हद तक बचा जा सकता है। हम बात कर रहे हैं मूली की, जिसके सही इस्तेमाल से आप कई बिमारियों से बच सकते हैं।
कोलेस्ट्रोल पर पाएं कंट्रोल
हार्ट प्रॉब्लम की सबसे बड़ी वजह कोलेस्ट्रोल है। जब शरीर में बैड कोलेस्ट्रोल बढ़ जाता है, तो हृदय संबंधी बिमारियों का खतरा बढ़ जाता है। अगर आप खानपान में सलाद शुरू कर देंगे, तो बढ़ते कोलेस्ट्रोल को कंट्रोल किया जा सकता है। इसके लिए सलाद में सबसे रामबाण है मूली, जिसके खाने से आप कोलेस्ट्रोल को कंट्रोल में कर सकते हैं। मूली में हाई फाइबर, पोटाशियम, कम कैलोरी, विटामिन, एंथोसायनिन और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं। ये पोषक तत्त्व खराब कोलेस्ट्रोल को शरीर से निकाल देते हैं। मूली खाने से नसों में जमा कोलेस्ट्रोल के कण निकल जाते हैं और नसें मजबूत हो जाती हैं। मूली एक प्राकृतिक औषधी है, जो शरीर से टॉक्सिंस को निकालकर बाहर कर देती है।
शुगर, बीपी और कब्ज के लिए रामबाण
अपने औषधीय गुणों के लिए मशहूर मूली शुगर और बीपी के मरीजों के लिए कमाल का सलाद है। मूली में ग्लाइसेमिक इंडेक्स बेहद कम होता है, जिससे शुगर को कंट्रोल करने में मदद करती है। मूली के सेवन से ब्लड सर्कुलेशन में सुधार आता है और ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रहता है। इसके अलावा यह पेट में मेटाबॉलिज्म के स्तर को बढ़ाकर पाचन में सुधार करती है, जिससे कब्ज की समस्या नहीं होती। आप मूली को किसी भी तरह खा सकते हैं, सलाद, सब्जी या आचार बनाकर।