सिरमौर में पेयजल योजनाओं का होगा ऑटोमाइजेशन

By: Jan 24th, 2025 12:55 am

शिलाई विधानसभा से की शुरुआत, योजनाओं की मरम्मत-अन्य कार्यों पर खर्च होने वाले बजट में होगी कटौती
दिव्य हिमाचल ब्यूरो – नाहन
जिला सिरमौर में जल शक्ति विभाग विभिन्न पेयजल योजनाओं को ऑटोमाइज करेगा। विभाग ने इस योजना के तहत शिलाई विधानसभा क्षेत्र में एक स्कीम को ऑटोमाइज कर दिया है। इस स्कीम को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया था, जिसमें विभाग को सफलता भी मिली है। अब धीरे-धीरे अन्य स्कीमों को भी विभाग मानव रहित स्कीमों में बदलने की योजना बना रहा है। इससे ने केवल बिजली की खपत कम हो जाएगी, बल्कि योजनाओं की मरम्मत और अन्य कार्यों पर खर्च होने वाले बजट में भी कटौती होगी। ऐसी योजनाओं को डिवीजन और सब-डिवीजन से कंट्रोल किया जाएगा। सिरमौर जल शक्ति विभाग के अधीक्षण अभियंता ईं. राजीव महाजन ने ऑटोमाइज की गई शिलाई की स्कीम का जिक्रम करते हुए कहा कि विभाग अपनी स्कीमों में कॉस्ट कटिंग कर रहा है।

अभी विभाग की लिफ्ट स्कीमों के संचालन में विद्युत बोर्ड पर निर्भरता सबसे ज्यादा है। उन्होंने बताया कि विभाग का यह भी प्रयास है कि छोटी-छोटी योजनाओं को सोलर से जोड़ा जाए। इससे भी विभाग के खर्च कम हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि हर साल बाढ़ से कहर बरपाने वाली सिरमौर जिला की तीन नदियों के चैनेलाइजेशन को भी अनुमति मिल गई है। अब इसकी फंडिंग का इंतजार है। उन्होंने बताया कि यमुना नदी के चैनेलाइजेशन पर 250 करोड़, मारकंडा नदी पर 100 करोड़ और गिरि नदी पर 26 करोड़ खर्च होंगे।

छोटी-छोटी योजनाओं को सोलर से जोड़ा जाएगा
अभी विभाग की लिफ्ट स्कीमों के संचालन में विद्युत बोर्ड पर निर्भरता सबसे ज्यादा है। उन्होंने बताया कि विभाग का यह भी प्रयास है कि छोटी-छोटी योजनाओं को सोलर से जोड़ा जाए। इससे भी विभाग के खर्च कम हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि हर साल बाढ़ से कहर बरपाने वाली सिरमौर जिला की तीन नदियों के चैनेलाइजेशन को भी अनुमति मिल गई है। अब इसकी फंडिंग का इंतजार है। उन्होंने बताया कि यमुना नदी के चैनेलाइजेशन पर 250 करोड़, मारकंडा नदी पर 100 करोड़ और गिरि नदी पर 26 करोड़ खर्च होंगे।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App or iOS App