Home Science : होम साइंस में लाजवाब करियर

By: Jan 8th, 2025 12:05 am

पूरे देश-दुनिया में साइंस, कॉमर्स और आट्र्स स्ट्रीम्स में कई एकेडेमिक कोर्स करवाए जाते हैं। कुछ समय पहले तक होम साइंस को सिर्फ घर के विज्ञान के तौर पर जाना जाता था, लेकिन अब इसमें कई खास करियर ऑप्शन्स कैंडीडेट्स के लिए अवेलेबल हैं। जो कैंडीडेट्स इन फील्ड में करियर बनाना चाहते हैं, उनके लिए होम साइंस में ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन और पीएचडी की डिग्री उपलब्ध है। इस फील्ड में शानदार करियर बनाया जा सकता है, साथ ही सैलरी पैकेज भी इसमें शानदार मिलता है…

घर का अर्थशास्त्र, जिसे हम गृह विज्ञान के रूप में जानते हैं, यह व्यक्तियों, परिवारों, समाजों और आसपास के वातावरण के बीच संबंधों को समझने का विज्ञान है। सरल शब्दों में, यह एक घर और अन्य संसाधनों के प्रबंधन की कला है। यह आपको परिवार के पोषण, मानव पर्यावरण, संसाधनों के प्रबंधन और बाल विकास में सुधार के लिए विज्ञान और मानविकी को लागू करने के तरीके सिखाता है। 12वीं पास करने के बाद छात्रों के पास गृह विज्ञान भी एक सफल करियर बनाने का विकल्प हो सकता है। छात्र गृह विज्ञान के पांच प्रमुख धाराओं में से किसी एक में पाठ्यक्रम का विकल्प चुन सकते हैं। इसमें कपड़ा और परिधान विज्ञान, संसाधन प्रबंधन, संचार और विस्तार, पोषण और खाद्य और मानव विकास शामिल है। होम साइंस यानी गृह विज्ञान अध्ययन का एक बहुविषयक क्षेत्र है, जो घर और समुदाय में जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए विज्ञान, कला और सामाजिक विज्ञान को जोड़ता है। यह पोषण, बाल विकास, संसाधन प्रबंधन, वस्त्र और स्वास्थ्य सहित पारिवारिक जीवन के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करता है। सरल शब्दों में, गृह विज्ञान व्यक्तियों को प्रभावी परिवार और संसाधन प्रबंधन के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल से लैस करता है।

योग्यता

गृह विज्ञान में करियर बनाने के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 12वीं पास है। यह कोर्स उन छात्रों के लिए उपयुक्त है, जो घर, परिवार, पोषण, स्वास्थ्य, और वस्त्र विज्ञान में रुचि रखते हैं। उच्च शिक्षा और विशेषज्ञता के लिए, स्नातकोत्तर और शोध स्तर पर भी कोर्स उपलब्ध हैं।

बीएससी होम साइंस करने के लिए आपको किसी भी स्ट्रीम से न्यूनतम 50-60 फीसदी के साथ 12वीं पास करनी होगी। हालांकि कुछ यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने के लिए साइंस स्ट्रीम होना आवश्यक है।

भारत या विदेश की कालेज/यूनिवर्सिटी में एडमिशन मेरिट लिस्ट के आधार पर होता है।

मास्टर डिग्री पूरी होने के बाद प्रथम श्रेणी के साथ बैचलर्स डिग्री होना आवाश्यक है। साथ ही कुछ यूनिवर्सिटीज प्रवेश परीक्षा के आधार पर भी एडमिशन स्वीकार करतीं हैं।

पीएचडी कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आपके पास संबंधित विषय में मास्टर डिग्री होनी आवश्यक है। पीएचडी कोर्स में एडमिशन लेने के आपको नेट एग्जाम क्लियर करना होगा।

विदेश की अधिकतर यूनिवर्सिटीज बैचलर्स के लिए सेट और मास्टर्स कोर्सेज के लिए जीआरई स्कोर की मांग करते हैं।

यहां बना सकते हैं भविष्य

प्रोडक्शन जॉब : इस क्षेत्र में अंतर्गत फूड प्रिजरवेशन, ड्रेस मेकिंग, कुकिंग आदि आते हैं तथा इसमें स्नातक छात्र टेक्सटाइल बिजनेस, फैशन डिजाइनिंग के साथ-साथ होटल एवं फूड इंडस्ट्री में काम कर सकते हैं।

रिसर्च जॉब : रिसर्च के क्षेत्र में प्रमुख विषय जैसे मदर्स, फार्मर्स, विलेजर्स, फूड वैल्यू, फूड आइटम्स आदि को शामिल किया गया है। इसमें प्रयोगशालाओं में रिसर्चर, साइंटिस्ट के रूप में काम करना होता है।

सेल्स जॉब : यहां पर फूड आइटम्स का सेल्स प्रोमोशन खासकर बेबी फूड संबंधी कार्य किया जाता है। इसमें अनुभव और जानकारी की दृष्टि से होम साइंस के ग्रेजुएट उपयुक्त होते हैं।

सर्विस जॉब : किसी होटल, रेस्तरां, टूरिस्ट रिजॉर्ट, कैटरिंग सेंटर में हाउस कीपिंग डिपार्टमेंट एवं देखरेख संबंधी कार्य किए जा सकते हैं। इसके अतिरिक्त भी इसमें कई तरह के अवसर हैं।

टीचिंग जॉब : अगर आपके पास होम साइंस में बैचलर डिग्री है, तो आप किसी प्राइमरी स्कूल में, पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री होने पर सीनियर सेकेंडरी स्कूल में तथा पीएचडी डिग्री होने पर कालेज में प्रोफेसर की जॉब कर सकती हैं।

टेक्निकल जॉब : आज के समय में कई मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री होम साइंस में स्नातकों को रिसर्च असिस्टेंट की भूमिका में रखना आवश्यक समझती हैं, यहां पर उन्हें अच्छी सैलरी भी मिल जाती हैं।

सैलरी

अगर आप गृह विज्ञान में ग्रेजुएशन करने के बाद प्रेशर के तौर पर नौकरी शुरू कर रहे हैं, तो आप दो से तीन लाख रुपए सालाना सैलरी पा सकते हैं। एक साल के अनुभव के बाद यह वेतन चार से पांच लाख रुपए तक हो सकता है। वहीं रिसर्च, एजुकेशन या कैटरिंग क्षेत्र में काम करने वाले लोगों का अच्छा वेतन मिलता है।

जॉब प्रोफाइल

गृह विज्ञान स्नातकों के लिए विभिन्न क्षेत्रों में कई भर्तीकर्ता और संगठन पोषण, शिक्षा, इंटीरियर डिजाइन, बाल विकास, आतिथ्य और अन्य जैसे विभिन्न क्षेत्रों में भूमिकाएं प्रदान करते हैं। गृह विज्ञान में ग्रेजएशन व पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद आप कई क्षेत्र में विभिन्न जॉब प्रोफाइल पर रहकर कार्य कर सकते हैं। इनमें मुख्य रूप से इंटीरियर डेकोरटर, ड्रेस डिजाइनर, डायटीशियन, न्यूट्रीशनिस्ट, महिला बाल विकास अधिकारी, टीचर, टीवी या रेडियो कलाकार, प्रसार कार्यकर्ती, फूड टेक्नोलॉजिस्ट व मैनजर मुख्य है।

पढ़ाई फायदेमंद

गृह विज्ञान का अध्ययन क्यों फायदेमंद हो सकता है, इसके कई सम्मोहक कारण यहां दिए गए हैं, जैसे..

समग्र जीवन कौशल : गृह विज्ञान केवल खाना पकाने या सिलाई के बारे में नहीं है। इसमें पोषण, स्वास्थ्य, मनोविज्ञान, संसाधन प्रबंधन और बाल विकास सहित कई विषय शामिल हैं।

स्वास्थ्य और पोषण ज्ञान : पोषण और आहार विज्ञान की मूल बातें समझने से आपको अपने खाने के बारे में सूचित निर्णय लेने में मदद मिलती है, जिससे एक स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा मिलता है। यह भोजन और हमारे शरीर पर इसके प्रभाव के बारे में वैज्ञानिक ज्ञान प्रदान करता है, जो मधुमेह, मोटापा और उच्च रक्तचाप जैसी जीवनशैली संबंधी बीमारियों को रोकने में मदद कर सकता है।

अवसर : गृह विज्ञान विभिन्न करियर पथ प्रदान करता है, जैसे पोषण विशेषज्ञ, आहार विशेषज्ञ, खाद्य प्रौद्योगिकीविद, फैशन डिजाइनर, कपड़ा सलाहकार, परामर्शदाता और शिक्षक। स्वास्थ्य और कल्याण के बारे में बढ़ती जागरूकता के साथ, स्वास्थ्य सेवा, खाद्य उद्योग, फैशन उद्योग और सामाजिक कार्य में योग्य पेशेवरों की उच्च मांग है।

कोर्स

– Diploma in Home Science
– Diploma in Nutrition and Dietetics
– Diploma in Textile Designing
– Diploma in Interior Design
– Certificate in Food Safety and Hygiene
– Certificate in Child Care
– Diploma in Family Welfare and Counseling
– Certificate in Home Science for Women Empowerment
– BSc in Home Science
– BEd in Home Economics
– MSc in Home Science
– MA in Home Economics
– MSc Food Science and Biotechnology
– MSc in Nutrition Science
– MSc in Nutrition and Food Science
– Master of Food Science and Technology
– Post Graduate Diploma in Home Economics
– Postgraduate Certificate in Education in Home Economics
– PhD in Home Economics
– PhD in Home Science
– PhD in Human Development and Family Studies
– PhD in Nutrition and Dietetics
– PhD in Taxtile and Apparel Designing

होम साइंस में बैचलर्स

होम साइंस में बीएससी एक स्नातक कार्यक्रम है, जिसमें छात्र बदलते परिवेश के संबंध में घर और पारिवारिक जीवन को लाने के लिए विज्ञान के अनुप्रयोग का अध्ययन करते हैं। लोकप्रिय विषयों में पर्यावरण विज्ञान, भौतिक विज्ञान, वस्त्रों के मूल तत्व, संसाधन प्रबंधन, पोषण के मूल तत्व, परिवार के लिए पोषण, जीवन काल विकास आदि शामिल हैं।

होम साइंस में डिप्लोमा

एक खुशहाल घर और एक स्वस्थ जीवन शैली प्राप्त करने के लिए संसाधनों और विज्ञान के प्रबंधन के लिए डिप्लोमा कोर्स का अध्ययन करने वाले छात्र। कोर्सवर्क में कुछ महत्त्वपूर्ण विषयों में खाद्य विज्ञान, बाल विकास, हाउसकीपिंग, वित्तीय प्रबंधन और उपभोक्ता अध्ययन, पाक विज्ञान, उद्यमिता आदि शामिल हैं।

होम साइंस में मास्टर ऑफ आट्र्स

मास्टर ऑफ आट्र्स एक मास्टर्स कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य किसी व्यक्ति की मानसिकता और समग्र सोच को विकसित करना है। यह उन्हें अधिक व्यवस्थित और विस्तृत तरीके से भलाई की रोजमर्रा की वास्तविकताओं को समझने में मदद करता है। डिग्री प्रोग्राम के तहत शामिल विभिन्न विषयों में अनुसंधान के तरीके और सांख्यिकी, बाल विकास, ऊर्जा प्रबंधन और घरेलू उपकरण, सामुदायिक पोषण, वस्त्र और वस्त्र, उन्नत खाद्य विज्ञान आदि शामिल हैं।


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