Delhi Election : दिल्ली की सत्ता में 27 साल बाद BJP की वापसी, AAP को मिली करारी शिकस्त

By: Feb 8th, 2025 8:47 pm

विधानसभा चुनाव में भाजपा ने प्रचंड बहुमत के साथ 48 सीटें जीती, आप 22 पर अटकी, तीसरी बार भी खाता नहीं खोल पाई कांग्रेस

दिव्य हिमाचल ब्यूरो—नई दिल्ली

दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की आंधी के आगे आम आदमी पार्टी (आप) का 12 वर्ष का शासन उखड़ गया। दिल्ली की जनता ने लगभग 27 साल के लंबे अंतराल के बाद भाजपा को एक बार फिर सत्ता सौंपी है। दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव की शनिवार को हुई मतगणना में भाजपा को 48 सीटें मिलीं। सत्तारुढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने 22 सीटों पर जीत दर्ज की। कांग्रेस व अन्य दल को एक भी सीट नहीं मिली है। भाजपा ने 1993 में 53 सीटें यानी दो तिहाई बहुमत हासिल किया था। भाजपा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत हासिल करके 27 साल बाद अपना परचम लहराया है और पिछले तीन बार की आप सरकार को दिल्ली की जनता ने नकार दिया। आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया, दुर्गेश पाठक और सौरभ भारद्वाज समेत कई बड़े नेता अपना चुनाव हार गए।

पार्टी के दिग्गज चेहरों में केवल मुख्यमंत्री आतिशी अपनी सीट बचाने में कामयाब रही है। दिल्ली में पांच फरवरी को मतदान हुआ था। केजरीवाल को नई दिल्ली विधानसभा सीट पर भाजपा के प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने पराजित किया है। दिल्ली के राजनीतिक क्षितिज पर आम आदमी पार्टी के प्रादुर्भाव से पहले करीब 15 साल तक सत्ता में रही कांग्रेस लगातार तीसरी बार विधानसभा चुनाव में अपना खाता फिर नहीं खोल सकी है। इस बीच, दिल्ली सरकार के जनरल एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट ने सचिवालय सील करने के आदेश जारी किए। इसमें कहा गया है कि बिना परमिशन के कोई भी फाइल या दस्तावेज, कम्प्यूटर हार्डवेयर सचिवालय के परिसर से बाहर नहीं जाना चाहिए। 2020 में भाजपा ने महज आठ सीटें जीती थीं। 2025 में छह गुना ज्यादा यानी 48 से ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज की है। केजरीवाल की नई दिल्ली सीट पर 20 उम्मीदवारों की जमानत तक जब्त हो गई। इन्हें मिले वोट तीन अंक तक भी नहीं पहुंच सके। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के परिणामों के अनुसार, कांग्रेस के 70 में से 68 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई है। भाजपा के दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों के बेटे चुनाव जीत गए हैं। नई दिल्ली से प्रवेश वर्मा और मोतीनगर से हरीश खुराना ने जीत दर्ज की।

भाजपा की 71 फीसदी स्ट्राइक रेट के साथ 40 सीटें बढ़ीं

भाजपा ने 1993 में 49 सीटें यानी दो तिहाई बहुमत हासिल किया था। पांच साल की सरकार में मदन लाल खुराना, साहिब सिंह वर्मा और सुषमा स्वराज सीएम बनाए गए थे। 1998 के बाद कांग्रेस ने 15 साल राज किया। इसके बाद 2013 से आम आदमी पार्टी की सरकार थी। इस बार भाजपा की 71 फीसदी स्ट्राइक के साथ 40 सीटें बढ़ीं। पार्टी ने 68 पर चुनाव लड़ा, 48 सीटें जीतीं। वहीं, आप को 40 सीटों का नुकसान हुआ। आप का स्ट्राइक रेट 31 फीसदी रहा।

कांग्रेस को एक भी सीट नहीं, पर वोट दो फीसदी बढ़े

भाजपा ने पिछले चुनाव (2020) के मुकाबले वोट शेयर में नौ फीसदी से ज्यादा का इजाफा हुआ। वहीं, आप को 10 फीसदी से ज्यादा का नुकसान हुआ है। कांग्रेस को भले ही एक भी सीट नहीं मिली, लेकिन वोट शेयर दो फीसदी बढ़ाने में कामयाब रही।

केजरीवाल संग आप के बड़े-बड़े सूरमा ढेर, सिर्फ आतिशी बचा पाईं अपनी विकेट

दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) को बड़ा झटका लगा है। आप के कई बड़े नेता चुनाव हार गए हैं। आप के संयाजक अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली सीट से हार गए हैं। मनीष सिसोदिया को भी जंगपुरा सीट से हार का सामना करना पड़ा है। वहीं, सीएम आतिशी कालकाजी सीट से चुनाव जीत गई हैं। ग्रेटर कैलाश सीट से सौरभ भारद्वाज, राजेंद्र नगर सीट से दुर्गेश पाठक, शकूरबस्ती सीट से सत्येंद्र जैन व मालवीय नगर सीट से सोमनाथ भारती चुनाव हार गए हैं । पार्टी के तीन मंत्री चुनाव जीतने में सफल रहे हैं। आप सरकार में मंत्री रहे गोपाल राय, मुकेश अहलावत और इमरान हुसैन ने अपनी सीटों से जीत दर्ज की है। गोपाल राय ने बाबरपुर से 18,994 वोटों से, मुकेश अहलावत ने सुल्तानपुर माजरा से 17,126 वोटों से और इमरान हुसैन ने बल्लीमारान से 29,823 वोटों से जीत हासिल की।

दिल्ली में विकास-सुशासन की जीत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत को विकास एवं सुशासन की जीत करार दिया और कहा कि वह दिल्ली के चहुंमुखी विकास के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे। श्री मोदी ने एक्स पर अपने पोस्ट में लिखा कि जनशक्ति सर्वोपरि! विकास जीता, सुशासन जीता। दिल्ली के अपने सभी भाई-बहनों को भाजपा को ऐतिहासिक जीत दिलाने के लिए मेरा वंदन और अभिनंदन! आपने जो भरपूर आशीर्वाद और स्नेह दिया है, उसके लिए आप सभी का हृदय से बहुत-बहुत आभार। प्रधानमंत्री ने कहा कि दिल्ली के चौतरफा विकास और यहां के लोगों का जीवन उत्तम बनाने के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे, यह हमारी गारंटी है।

जनता का निर्णय सिर-माथे

आम आदमी पार्टी (आप)के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) को दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीत की बधाई देते हुए शनिवार को कहा कि वह जनता का निर्णय विनम्रता के साथ स्वीकार करते हैं और उनका फैसला सिर माथे है। श्री केजरीवाल ने ‘एक्स’ पर एक वीडियो जारी करके कहा कि दिल्ली विधानसभा के नतीजे आए हैं। जनता ने जो निर्णय दिया उसे मैं विनम्रता के साथ स्वीकार करता हूं। मैं उम्मीद करता हूं कि जिस आशा के साथ लोगों ने भाजपा को बहुमत दिया है वह उन सभी उम्मीदों और आशाओं पर खरा उतरेगी। उन्होंने कहा कि हमें पिछले 10 साल में जनता ने जो मौका दिया उसमें बहुत सारे काम किए।

धन-दौलत के चक्कर में पडऩे से हारे अरविंद केजरीवाल

पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के राजनीतिक गुरु एवं सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने कहा है कि शराब की दुकानों पर ध्यान केंद्रित करने और धन-दौलत के चक्कर में पडऩे के कारण उनकी (श्री केजरीवाल) हार हुई है। श्री हजारे ने कहा कि मैं पहले से कह रहा हूं कि चुनाव लड़ते समय एक उम्मीदवार का चरित्र अच्छा होना चाहिए। उनके विचार अच्छे होने चाहिए और छवि पर कोई दाग नहीं होना चाहिए। जीवन में त्याग होना चाहिए और अपने अपमान को पीने की शक्ति होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मैंने उन्हें (श्री केजरीवाल) बार-बार इस बारे में बताया, लेकिन उन्हें समझ नहीं आया।


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