जिंदगी का एक पड़ाव मात्र है परीक्षा…
हर वर्ष परीक्षा के मौसम में एक ही कहानी दोहराई जाती है। छात्रों पर असीमित दबाव, माता-पिता की बढ़ती चिंताएं, और समाज की अपेक्षाएं। लेकिन क्या हम कभी सोचते हैं कि इस दबाव का हमारी युवा पीढ़ी पर क्या प्रभाव पड़ता है? क्या परीक्षा वाकई इतनी महत्वपूर्ण है कि हम अपने बच्चों का बचपन और उनकी खुशियां दांव पर लगा दें? इसी संदर्भ में परीक्षा के मौसम में छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में महत्वपूर्ण संदेश दिया है।
उन्होंने ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम के माध्यम से छात्रों और अभिभावकों से संवाद किया, जिसमें उन्होंने परीक्षा के दबाव से निपटने के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए। कई छात्र अच्छे अंक प्राप्त करने के दबाव में अत्यधिक तनाव महसूस करते हैं। परीक्षा जीवन का अंत नहीं है, बल्कि यह सीखने का एक माध्यम है। यह जिंदगी का एक पड़ाव मात्र है।
-सुनिधि मिश्रा, सीकर, राजस्थान
Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also, Download our Android App or iOS App