मुंडखर पुल बना पशुओं की शरणस्थली

वाहन चालकों के लिए बने मुसीबत, कभी भी हो सकता है हादसा, अंकुश लगाने की लगाई गुहार
सतीश शर्मा – भोरंज
उपमंडल के जाहू में लावारिस पशु किसानों के साथ-साथ वाहन चालक व राहगीरों के लिए मुसीबत बन गए हैं। यही नहीं मुंडखर पुल पर लावारिस पशुओं का डेरा हमेशा लगा रहता है। पुल पर इन पशुओं की वजह से हमेशा दुर्घटनाओं का खतरा बना हुआ है। भोरंज उपमंडल की करीब 17 पंचायतों के किसान लावारिस पशुओं की समस्या से जूझ रहे हैं। ऊना से कलखर वाया लदरौर, जाहू, भांबला हाईवे लावारिस पशुओं का शरण स्थली बन गया है। सडक़ों और पुलों पर दिनभर लगे जमघट के कारण वाहन चालक और राहगीर काफी परेशान हैं। ग्रामीणों द्वारा बीजी गई फसलों को लावारिस पशु चट कर रहे हंै। ग्रामीणों ने फसल की सुरक्षा के लिए लोहे की तार लगाने पर भी हजारों रुपये खर्च किए हैं, लेकिन लावारिस पशु इन तारों को उखाड़ कर खेतों में घुस रहे हैं और फसल को चट कर जा रहे हैं। जाहू में 800 से 900 के बीच में लावारिस पशु हैं।
जाहू पंचायत तीन जिलों हमीरपुर, बिलासपुर और मंडी के संगम स्थल पर है। यहां पर चारों ओर से सरेआम बैल और गाय लावारिस अवस्था में छोड़ी जा रही हैं। इससे अकेले जाहू पंचायत के सीर तथा सुनैहल खड्ड काफी संख्या में लावारिस पशुओं का अड्डा बन चुकी है। ऊना से कलखर हाईवे पर मुंडखर पुल, जाहू बाइपास पुल पर दिनभर पशु घूमते रहते हैं। इसी तरह सुलगावन, लदरौर के बाड़ी चौक, पट्टा, कड़ोहता, मनोह में भी लावारिस पशु सडक़ पर बैठे रहते हैं। सडक़ पर चल रहे लावारिस पशुओं से जाहू बाइपास पुल, मुंडखर के पुल, सुलगवान, तलाई, जाहू बाजार, जाहू से कोट जाने वाली सडक़ पर एक दर्जन वाहन टक्करा चुके हैं। सबसे अधिक स्कूटर, मोटरसाइकिल और कारों का नुकसान हुआ है। वाहन चालकों का कहना है कि शाम ढलते ही पशु खड्डों से सडक़ के बीच बैठ रहे हैं। पशुओं की टक्कर से वाहन टूट रहे हैं। वाहन चालक पवन कुमार, चमेल सिंह, संजीव कुमार, मनोज कुमार, त्रिलोक चंद, परसराम, बनारसी राम, संजू, विक्की का कहना है कि लावारिस पशुओं को हटाया जाए। ताकि कोई घटना न घट सके। – एचडीएम
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