देहा-पुंदर सडक़ की गुणवत्ता पर सवाल

By: Feb 13th, 2025 12:10 am

रोड की टायरिंग से लेकर डंगे, कलवट के निर्माण पर लोगों ने उठाई अंगुलियां

अजय ठाकुर—ठियोग
विधानसभा क्षेत्र चौपाल के अंतर्गत देहा से पुंदर सडक़ का कार्य प्रगति पर चला हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि पहले 2 किलोमीटर का कार्य बहुत सही ढंग से किया गया है, लेकिन इसके बाद सडक़ पर गुणवत्ता को लेकर सवाल उठ रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि करीब साढ़े पांच किलोमीटर की यह सडक़ छह करोड़ रुपए के करीब की लागत से बनाई जा रही है, जिससे क्षेत्र की विभिन्न पंचायतों के हजारों लोगों को लाभ होगा। अभी सडक़ का कार्य चला हुआ है, लेकिन सडक़ में टायरिंग से पहले गटके की जगह मिट्टी की परतें बिछाई जा रही है। इसके अलावा जगह-जगह पर सडक़ में जो कलवट डाले गए हैं, वह पहले से ही टूटना शुरू हो गए हैं। हालांकि इस पूरे मामले को लेकर ग्रामीणों ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को भी मौके पर बुलाया और कार्य की गुणवत्ता को लेकर सवाल खड़े किए। इसके बावजूद भी सडक़ पर लीपापोती का यह मामला नहीं थमा। ग्रामीणों ने बताया कि सर्दियों के मौसम में डंगे लगाने का कार्य किया गया, जिससे यह डंगे हाथ से भी भरभराकर गिर रहे हैं। ऐसे में संबंधित विभाग के ऊपर सवाल खड़े हो जाते हैं। पूर्व में जिला परिषद का चुनाव लड़ चुके दलीप सुमन ने बताया कि इस मामले में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। आज सुबह ही ग्रामीणों का फोन आया। इसके बाद वह मौके पर गए, जहां पर उन्होंने यह पूरे हालात देखे। उन्होंने कार्य को गुणवत्ता से करने के बारे में बात कही और इस मामले में संबंधित विभाग अगर गंभीर नहीं हुआ तो आम जनता को साथ में लेकर एक जनआंदोलन किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि पहले दो किलोमीटर के कार्य को बहुत तसल्ली से किया गया है, जबकि आगे करीब तीन किलोमीटर का कार्य लीपापोती के साथ किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सडक़ अभी जनता के सुपुर्द नहीं की गई है। ऐसे में अगर गुणवत्ता सही नहीं रही तो आम जनता के पैसे के साथ यह खिलवाड़ किया जा रहा है। गांव के इशु चौहान व रमेश चौहान ने मौके पर गई ‘दिव्य हिमाचल’ की टीम को हाथों से डंगे उधेड़ कर बताए। इतना ही नहीं, टूटे हुए कलवट भी उन्होंने दिखाए। दोनों युवकों ने बताया कि उनके गांव के लिए यह सडक़ जा रही है और सर्दियों के मौसम में इस सडक़ का कार्य बंद क्यों नहीं किया गया। आनन-फानन में डंगे लगाए जा रहे हैं, जिस कारण वह हाथ से भी उधड़ रहे है। अगर समय रहते कोई कदम नहीं उठाए गए तो जनता को मजबूरन कोई बड़ा कदम उठाना होगा। इस दौरान गांव के रमेश चौहान, ईशू चौहान, सुरेश, ध्यान सिंह, रामानंद, मुकेश के अलावा करीब 20 से अधिक लोग उपस्थित रहे। वहीं, इस काम को करने वाले ठेकेदार भारत भूषण ने कहा कि कार्य की गुणवत्ता को लेकर कोई भी चूक नहीं रखी जाएगी। कलवट टूट गए हैं, जिन्हें बदल दिया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने बताया कि स्थानीय ग्रामीणों की जब सडक़ बनाई जाती है तो स्थानीय लोगों को ही काम दिया जाता है। ऐसे में अगर काम की गुणवत्ता में कोई सवाल कहीं पर खड़े हुए हैं तो इसको लेकर वह स्वयं इसकी जांच करेंगे। देहा पुंदर सडक़ मामले में जब क्षेत्र के विधायक बलवीर सिंह वर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वह पिछले लंबे समय से दिल्ली चुनावों को लेकर दिल्ली में थे। पिछले दो दिन पहले ही वह अपने घर आए हैं और सडक़ के इस मामले को लेकर वह ग्रामीणों के साथ मौके का जायजा लेंगे। गुणवत्ता को लेकर अगर कहीं पर भी चूक हुई तो संबंधित विभाग के अधिकारियों को इस मामले में तलब किया जाएगा। उन्होंने बताया कि विधायक प्राथमिकता के आधार पर नाबार्ड के तहत साल 2024 में इस सडक़ को लाया गया था। करीब 6 करोड़ रुपए की लागत से यह सडक़ बनाकर तैयार की जाएगी और क्षेत्र के हजारों लोगों को इसका लाभ होगा। एचडीएम


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App or iOS App