NCTE ने जारी किए निर्देश, बीएड कालेजों की लाइब्रेरी में चार हजार किताबें जरूरी
एनसीटीई ने जारी किए निर्देश, किताबों की संख्या कम होने पर होगी कार्रवाई
दिव्य हिमाचल ब्यूरो — नई दिल्ली
देश भर के बीएड कालेजों को राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनएसटीई) के नए नियमों के अनुसार अपनी लाइब्रेरी में कम से कम चार हजार किताबें रखनी होंगी। यदि कोई कालेज इस नियम का पालन नहीं करता है, तो उस पर कार्रवाई की जा सकती है। कालेजों को अपनी लाइब्रेरी में एनसीईआरटी, एनसीटीई के अलावा कई अन्य किताबें रखनी होंगी। इस संबंध में एनसीटीई ने सभी बीएड कालेजों को निर्देश दिए हैं। साथ ही परिषद ने बीएड कालेजों को निर्देश दिए हैं कि लाइब्रेरी में हर साल 100 नई अच्छी किताबें खरीद कर रखी जाएं।
गौरतलब है कि एनसीटीई नई शिक्षा नीति के अनुसार कई बदलाव कर रहा है। हाल ही में एक वर्षीय बीएड और एक वर्षीय एमएड कोर्स को भी एनसीटीई ने मंजूरी दी थी। इस साल परिषद एक वर्षीय एमएड कोर्स संचालित करने वाले कॉलेजों से आवेदन मांगेगा, जिससे नए अगले सेशन से इसे शुरू किया जा सके।
बीएड कालेजों में खोले जाएंगे संसाधन केंद्र
बीएड कालेजों में जल्द ही संसाधन केंद्र भी खोले जाएंगे। इन संसाधन केंद्रों में स्कूली बच्चों से संबंधित शिक्षक सामग्री तैयारी कराई जाएगी। यह सामाग्री बीएड करने वाले स्टूडेंट्स टीचर की मदद से तैयार करेंगे। संसाधन केंद्र सभी दो वर्षीय और चार वर्षीय बीएड कालेजों में खोले जाएंगे। एनसीटीई के अनुसार इससे बीएड करने वाले छात्रों को यह भी पता चलेगा कि स्कूल में बच्चों को किस तरह से पढ़ाया जाता है। बताते चलें कि हाल की में एनसीटीई ने कहा था कि शैक्षणिक सेशन 2026-26 से एक वर्षीय बीएड और एक वर्षीय एमएड कोर्स संचालित किया जाएगा। एक वर्षीय एमएड कोर्स का सिलेबस तैयार किया जा रहा है।
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