देवभूमि हिमाचल प्रदेश जिसकी पहचान हुआ करती थी यहां के लोगों का भोलापन और सादगी, लेकिन इन दिनों देवभूमि में जिस तरह अपराध पैर पसार रहा है, वो सुनकर किसी का भी दिल दहल जाएगा। कहीं बेटा पिता की हत्या कर रहा है तो कहीं दोस्ती पर ही दाग लग रहा है। खास तौर पर हिमाचल का एक जिला तो ऐसा है जहां पर हत्या जैसी वारदाते मानों अब आम हो गई हों। जिस धरती को कभी गुरूओं की धरती के नाम से जाना जाता था वो आज अपराध की धरती बनती हुई नजर आ रही है। हम बात कर रहे हैं ऊना की, जो बीते दिनों पूरे देश भर में सुर्खियों में था। क्योंकि यहां एक ऐसी वारदात घटीत हुई थी, जिसके बारें आप सोच भी नहीं सकते। जहां लव ट्राइएंगल के चलते एक 18 साल की लड़की ने ही अपने नए प्रेमी के साथ मिलकर अपने 19 वर्षीय पुराने प्रेमी की पहले किडनेपिंग की और फिर उसे मौत के घाट उतार दिया। दो दिन पहले 10 दिन की तलाश के वाद युवक का शव पुलिस को बरामद हुआ था। ये एक ऐसा केस था जिसने दोस्ती प्यार और रिश्तों की गरिमा को तार तार कर दिया था। पूरा देश हैरान था कि आखिर शांत हिमाचल में ये क्या हो रहा है।
लेकिन हम आपको बता दें कि ऊना में ये कोई पहला मामला नहीं है। यह जिला हत्याओं की बढ़ती वारदातों से दहल रहा है। यहां पिछले तीन सालों में मर्डर के 16 मामले दर्ज हुए हैं। जिससे साबित हो रहा है कि सालाना पांच हत्याएं ऊना जिला में हो रही हैं। मर्डर के बढ़ते मामले चिंताजनक है। मामूली सी कहासुनी पर लोग एक-दूसरे को मौत के घाट उतारने से नहीं डर रहे हैं या फिर यूं कहें कि अपराध प्रवृत्ति करने वाले इन लोगों को कानून और पुलिस का कोई खौफ ही नहीं है। हत्या जैसे संगीन अपराध को अंजाम देने के बाद भी आरोपी बेधडक़ ऐसे चलते हैं कि मानों इनको किसी का कोई डर नहीं हो। तैश में आकर आरोपी दोस्ती, प्यार और पति-पत्नी जैसे पवित्र रिश्तों को भी तार-तार कर रहे हैं। ऊना जिला में अगर पिछले तीन वर्षो के आंकड़ों पर नजर दौड़ाई जाए तो जनवरी 2023 से लेकर चार मार्च 2025 तक मर्डर के 16 मामले सामने आए हैं, जिनमें 17 लोगों को मौत के घाट उतारा जा चुका है। जबकि 28 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, इनमें दो महिलाएं भी शामिल है, जिसमें एक नाबालिग युवती भी है। दो मामले अभी तक ट्रेस नहीं हुए हैं, क्योंकि इनमें पुलिस अभी तक मृतकों की पहचान नहीं कर पाई है।
साल दर साल आंकड़ों की बात करें तो वर्ष 2023 में हत्या के सात मामले सामने आए हैं। जिनमें एक मामला चिकित्सक के ऑपिनियन के बाद हत्या की धारा में तब्दील हुआ है। इस वर्ष अंब थाना के अंतर्गत 29 जनवरी को घेबट-बेहड़ में मर्डर हुआ, जिसमें दो आरोपी अरेस्ट हैं। सात अप्रेल को हरोली के गोंदपुर जयचंद में 23 वर्ष युवक की हत्या हुई, इस मामले में भी पंजाब के दो आरोपी अरेस्ट हैं।
इसी साल ऊना थाना के अंतर्गत एक 28 वर्षीय महिला का कत्ल किया गया, जिसमें एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। ऊना थाना में ही पांच अक्तूबर को जमीनी विवाद को लेकर एक 59 वर्षीय व्यक्ति को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया था। इस मामले में भी दो आरोपी गिरफ्तार हैं। हरोली थाना के अंतर्गत 12 नवंबर को एक उद्योगपति ने अपने ही कामगार की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जिसमें भी उद्योगपति व एक अन्य आरोपी अरेस्ट किया है। 12 दिसंबर को गगरेट थाना में एक 12 वर्षीय बच्ची की हत्या की थी, जिसमें भी एक आरोपी अरेस्ट है। वहीं बंगाणा थाना के अंतर्गत चुरड़ी में पति ने ही अपनी जीवन संगिनी का गला घोंटकर हत्या की थी।
वहीं बात पिछले साल यानि साल 2024 की करें तो ऊना जिला में साल 2024 में 6 हत्याएं हुई है, इस साल ऊना थाना के अंतर्गत 15 फरवरी को एक प्रवासी महिला को मौत के घाट उतारा गया था, जिसमें ना तो मृतका की पहचान हुई है और ना ही हत्यारा अभी तक पकड़ा गया है। दूसरा मामला भी ऊना थाना के तहत 10 जून को पुराना होशियारपुर रोड़ का है, जिसमें एक दोस्त ने ही अपने दोस्त को मार डाला था। बंगाणा थाना के अंतर्गत 11 जुलाई को जमीनी विवाद के कारण एक मर्डर किया गया था, जिसमें एक महिला सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। गगरेट थाना के अंतर्गत 28 अगस्त को एक प्रवासी मजदूर की हत्या की गई थी। अंब थाना के अंतर्गत 29 अक्तूबर को जमीनी विवाद के कारण एक मर्डर हुआ था, जिसमें भी एक आरोपी अरेस्ट है। हरोली थाना के अंतर्गत जमीनी विवाद को लेकर ही 23 दिसंबर को पिता-पुत्र की गोली मारकर एक साथ हत्या कर दी गई थी, जिसमें आरोपी द्वारा गोली चलाते हुए वीडियो भी वायरल हुआ था।
वहीं साल 2025 में अब तक 3 मामले सामनें आए हैं. जिसमें 5 लोगों की गिर्फतारी हो चुकी है। इनमे एक मामला तो हाल फिल हाल का है। जिसके बारे में हमने आपको अब से थोड़ी देर पहले बताया जहां एक्स गर्लफ्रेंड ने अपने नए प्रेमी के साथ मिलकर पुराने प्रेमी को मार दिया। इससे पहले फरवरी महीने में ही 16 तारीख को एक घटना पेश आई थी, जिसमे बंगाणा क्षेत्र के अंदरोली गांव में पति ने ही गला घोंट कर अपनी पत्नी की हत्या कर दी थी। फिलहाल आरोपी सलाखों के पीछे है, वहीं फरवरी में एक और मामला गगरेट में पेश आया था. जहां एक महिला का शव पुलिया के नीचे मिला था। हालांकि शव की शिनाख्त नहीं हो पाई थी। ना ही किसी की गिरफ्तारी
मगर लगतार बढ़ रहे हत्या के मामले सबको परेशान कर रहे हैं. क्योंकि ज्यादातर मामलों में यही पाया गया कि हत्या की वजह या तो कोई जमीनी विवाद था या फिर कोई मामुली सी बात। ऐसे में अब सबसे बड़ा सवाल यही उठता है कि आखिऱ इस बढ़ते अपराध को कैसे रोका जाए। आखिर चूक कहां हो रही है। क्योंकि ये सिर्फ एक जिला की बात नहीं हैं इन दिनों हिमाचल के हर जिला में इस तरह के मामले काफी आम होते हुए नजर आ रहे हैं।