आजादी के लिए बलिदान पर तपा सदन, संजय रतन और विपिन परमार के बीच खूब चले शब्दबाण, हर्षवर्धन भी कूदे

चीफ रिपोर्टर — शिमला
बजट सत्र में चर्चा के दौरान सदन में पक्ष और विपक्ष आजादी दिलाने के मुद्दे पर आमने-सामने आ गए। देश की आजादी के लिए दिए गए बलिदान के मामले में विपक्ष की ओर से जहां आजादी के लिए सुभाष चंद्र बोस के बलिदान को महत्त्वपूर्ण बताया गया, तो वहीं सत्ता पक्ष की ओर से कांग्रेस ने अपने योगदान की याद दिलाई। इस पर दोनों तरफ के विधायकों में तकरार देखने को मिली। चर्चा में बोलते हुए कांग्रेस विधायक संजय रतन ने कहा कि विपक्ष हमारे नेताओं के नाम ले रहा है, लेकिन विपक्ष ने तो भगवान को भी नहीं छोड़ा। इस पर भाजपा विधायक विपिन सिंह परमार ने कहा कि उनकी किसी नेता के प्रति दुर्भावना नहीं थी। उन्होंने नेताओं का नाम इस तरीके से लिया था कि सरकार नेताओं के नाम की योजनाएं बनाती है, लेकिन उन्हें लागू नहीं करती। उन्होंने कहा कि ऐसी विभूतियों का मान-सम्मान रखने के लिए किताबों में ही जिक्र न करें, जो योजनाएं इनके नाम पर शुरू की गई हैं, उन्हें सही तरीके से पूरा भी किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के लिए हजारों ने अपनी जान दी, लेकिन सुभाष चंद्र बोस को सब भूल गए।
इसके अलावा उन्होंने संविधान निर्माता डा. भीमराव अंबेदकर का नाम भी लिया और कहा कि उन्होंने भी देश के लिए कुर्बानियां दी हैं। वहीं, हस्तक्षेप करते हुए संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि सभी नेता हमारे सम्मानीय हंै। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जब पीएम थे और वह मनाली आते थे तथा हिमाचल को हजारों करोड़ रुपए देकर जाते थे, जिसकी प्रशंसा सदन में की जाती थी और प्रस्ताव पारित कर आभार भी जताया जाता था। इससे पहले विधायक संजय रतन ने बजट चर्चा में पूछा कि किस भाजपा नेता ने देश के लिए कुर्बानी दी है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी व राजीव गांधी ने देश के लिए कुर्बानी दी है और वह अमर हैं। उन्होंने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री को सुधारवादक मुख्यमंत्री के नाम से जाना जा रहा है।
रोहड़ू नागरिक अस्पताल का 90 फीसदी काम पूरा
रोहडू् विधानसभा निर्वाचन के तहत नागरिक अस्पताल रोहडू् में आवास भवन का निर्माण 90 फीसदी काम पूरा हो चुका है। विधानसभा में विधायक मोहनलाल ब्राक्टा द्वारा सदन में पूछे गए सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री ने जानकारी दी कि इस नागरिक अस्पताल पर 144.66 लाख खर्च किए जा रहे हैं। इसके साथ ही 2016 में इसका काम शुरू हो गया था, जिसमें अब 90 फीसदी काम पूरा हो चुका है। 31 मार्च तक ठेकेदार को काम पूरा करने की डेडलाइन दी गई है।
श्रद्धालुओं को सुविधाएं
हिमाचल प्रदेश में मणिमहेश, श्रीखंड महादेव और किन्नर कैलाश धाम की यात्राओं के लिए संबंधित ट्रस्ट द्वारा विभिन्न बेस कैंप में यात्रियों को मूलभूत सुविधाएं और व्यवस्थाएं प्रदान की जाती हैं। विधानसभा में आनी से विधायक लोकेंद्र कुमार और इंदौरा से विधायक मलेंद्र राजन द्वारा सदन में पूछे गए संयुक्त सवाल में राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने यह जानकारी दी। संबंधित जिलाधीशों अध्यक्षों और विभिन्न विभागों के लगभग 1500 कर्मचारियों को इन यात्राओं के लिए तैनात किया गया है। दो सालों में इन तीर्थ स्थानों पर ट्रस्ट और विभिन्न विभागों द्वारा दो करोड़ 11 लाख 81 हजार 260 की धनराशि खर्च हो चुकी है।
1474 करोड़ की बिजली
प्रदेश में कुल जलविद्युत उत्पादन 11234.16 मेगावाट हो रहा है़, जिसमें से सरकार को 933.18 मेगावाट बिजली प्राप्त हो रही है़। यह जानकारी विधानसभा में सरकार ने एक लिखित सूचना में दी। प्रदेश में संचालित विभिन्न निजी परियोजनाओं में सरकार की कोई भी हिस्सेदारी नहीं है। केंद्र व प्रदेश सरकार के उपक्रमों एसजेवीएनएल के रामपुर हाइड्रो पावर स्टेशन में प्रदेश सरकार की 26.1 फीसदी हिस्सेदारी है तथा नाथपा झाखड़ी में हिमाचल प्रदेश सरकार की 22 फीसदी हिस्सेदारी है। यह भी बताया गया कि बाहरी राज्यों को वित्त वर्ष 2023-24 में 2608.60 मिलियन यूनिट बिजली का विक्रय किया गया है, जिससे सरकार को 1435.53 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है।
रात को भी पोस्टमार्टम
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग भारत सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुरूप सूर्यास्त के पश्चात पोस्टमॉर्टम हेतु प्रावधान है। यह जानकारी एक लिखित उत्तर में स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने दी। उन्होंने बताया कि उपरोक्त दिशा निर्देशों में वर्णित है कि सूर्यास्त के पश्चात पोस्टमॉर्टम केवल ऐसे अस्पताल में किया जा सकता है, जहां पर रात्रि के समय में पोस्टमॉर्टम करने हेतू आधारभूत एवं पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध हों। साथ में यह वर्णित है कि हत्या, आत्महत्या, बलात्कार, विघटित शव तथा संदिग्ध बेईमानी जैसी श्रेणियों के मामलों में रात के समय पोस्टमॉर्टम नहीं होना चाहिए। हालांकि अंगदान हेतु पोस्टमॉर्टम में प्राथमिकता के आधार पर सूर्यास्त के पश्चात हो सकता है।
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