ट्रामा सेंटर में नहीं पार्किंग की सुविधा

नए भवन में पिक एंड ड्रॉप व्यवस्था, मरीजों को गाड़ी पार्क करने में हो रही परेशानी
सिटी रिपोर्टर-शिमला
इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में नौ अक्तूबर को इमरजेंसी ट्रामा सेंटर नए भवन में शिफ्ट हुआ है। नए ओपीडी भवन की इमरजेंसी में रोजाना लगभग 25 के करीब मरीज उपचार कराने आते हैं। ऐसे में नए ओपीडी भवन के परिसर में मरीजों और तीमारदारों के लिए पार्किंग की सुविधा नहीं है। सिर्फ पिक एंड ड्राप की ही सुविधा है। तीमारदारों के लिए पार्किंग का कोई इंतजाम नहीं है। पार्किंग में केवल एंबुलेंस के पार्किंग का ही प्रावधान है। मरीज को लेकर जो तीमारदार अपने वाहन लाते हैं उन्हें अस्पताल में मरीज छोड कर वाहन पार्क करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। आईजीएमसी में तीमारदारों को मरीज छोडऩे के बाद वाहन खड़ा करने के लिए वापस काफी दूर तक जाना पड़ता है। नए ओपीडी भवन में अब इमरजेंसी/ट्रामा वार्ड भी शिफ्ट हुए महीने हो चुके हैं। मगर पुराने भवन में जो पार्किंग की दिक्कत तीमारदार को होती थी वही दिक्कत नए ओपीडी भवन में भी हो रही है। नए ओपीडी भवन में तीमारदारों के लिए पार्किंग की कोई सुविधा नहीं है। आईजीएमसी में रोजाना हजारों की संख्या में मरीज उपचार कराने आते हैं। इमरजेंसी में हर दिन करीब 30-35 मरीज रोजाना आते है। ऐसे मे कुछ मरीज एंबुलेंस में तो कुछ मरीज अपने निजी वाहनों मे आते है। गाड़ी पार्क करने की जगह न मिलने के कारण तीमारदारों भटकने को मजबूर हैं।
नई पार्किंग बनने से लोगों को मिलेगी राहत
स्मार्ट सिटी के तहत पार्किंग का निर्माण किया जा जा रहा है। इसमें पांच मंजिला पार्किंग बनानी है। इसका काफी काम पूरा हो चुका है। मरीज टैक्सियों या निजी वाहनों से अस्पताल आते हैं। अस्पतालों में रोजाना 3000 से अधिक मरीज ओपीडी में आते हैं। पार्किंग की सुविधा न होने के कारण यहां पर मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। पार्किंग का निर्माण पूरा होने के बाद पार्किंग की दिक्कत नहीं होगी।
Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also, Download our Android App or iOS App