कहीं गोलीकांड तो कहीं बसों में तोडफ़ोड़
पंजाब को हिमाचल का जवाब
अब ऑफिसर संभालेंगे बिगड़ी बात
पंजाब में नहीं रूकेंगी हिमाचल की 600 बसें
हिमाचल पंजाब को इन दिनों आखिर किसकी नजर लग गई है। सरकारें हस्तक्षेप कर जितना मामला सुलझाने की कोशिश कर रही हैं। मामला उतना ही उलझता जा रहा है। दिन पहले ही खरड़ में हिमाचल की बस पर हमला हुआ, दोनों राज्यों की सरकार ने बातचीत की। पंजाब ने आश्वस्त किया कि सुरक्षा में चूक नहीं होगी। दिन पहले खरड़ हमले के आरोपियों को पुलिस ने पकड़ भी लिया। ऐसा लगा मानों अब सब शांत हो रहा है। मगर ऐसा हुआ नहीं। सूरज उगते ही आज ऐसी खबरे सामने आई, जिसने दोनों राज्यों की डोर को और कमजोर कर दिया। पहली घटना गुरू की नगरी अमृतसर में घटी। जहां खालिस्तान समर्थकों ने हिमाचल रोडवेज की बसों पर हमला किया है। अमृतसर में हिमाचल रोडवेज की 4 बसों पर हमला किया गया है।। हमलावरों ने बसों के शीशे तोड़ दिए और उन पर खालिस्तान लिख दिया। इस हमले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।
एचआरटीसी हमीरपुर डिपो के मंडलीय प्रबंधक राज कुमार पाठक ने शनिवार सुबह बताया कि शुक्रवार रात को अमृतसर बस स्टैंड में खड़ी एचआरटीसी बसों के अज्ञात लोगों ने शीशे तोड़ दिए। साथ ही हमीरपुर की एक बस पर पेंट से आपत्तिजनक शब्द नारे लिखे गए हैं। उन्होंने बताया कि इन चार बसों में एक देहरा डिपो, एक हमीरपुर, एक बिलासपुर और एक ऊना की बस शामिल है। पाठक ने बताया कि बस अड्डा में खड़ी बसों से हुई तोडफ़ोड़ और छेड़छाड़ के चलते पुलिस में जल्दी फिर दर्ज करवाई जा रही है ताकि दोषी पर कार्रवाई की जा सके। उन्होंने बताया कि आरएम पठानकोट राहुल कुमार को अमृतसर भेजा गया है ताकि मामले में हस्तक्षेप करके सुलझाया जा सके।
खैर इस सब के बीच भी हिमाचल शांत था मगर आज जो हुआ उसने हिमाचल को भी ईंट का जवाब पत्थर से देने पर मजबूर किया, जहां एक और hrtc के चालक परिचालक पंजाब जाने से डर रहे हैं, तो वहीं हिमाचल में अब पंजाब की बस को रोका गया। दरअसल शिमला में पंजाब रोडवेज की बस में भारत माता के पोस्टर और खालिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए। हालांकि ये एक्शन लिया है। एंटी टेरेरिस्ट फ्रंट के नेता वीरेश शांडिल्य ने एंटी टेररिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य के साथ आए लोगों ने भी पंजाब रोडवेज की बस में भारत माता के पोस्टर और खालिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए. और इस दौरान उन्होनें खुली चेतावनी भी भिंडरावाले के समर्थकों को दी है
तो ये तो हिमाचल का एक्शन पर रिएक्शन- लेकिन ये भी स्पष्ट सी बात है कि पोस्टर लगाकर या झंडे लगाकर विवाद हल नहीं होगा ऐसे में सरकार को मंथन करना ही होगा और इस कड़ी में अगर हम हिमाचल सरकार की बात करेएं तो सरकार लगातार पंजाब सरकार के संपर्क में हैं। डिप्टी सीएम ने कहा कि संपत्ति को नुकसान पहुंचाना बर्दाशत नही किया जाएगा। यहीं नहीं सरकार अब कड़े कदम उठाने जा रही है। कुल 600 रूट चलते हैंए लेकिन अगर भविष्य में जरूरत पड़ी तो सरकार रुटस को सस्पेंड कर देगी..उन्होंने कहा है कि जब तक सुरक्षा सुनिश्चित नहीं होगी, तब तक पंजाब में एचआरटीसी की 600 बसें नहीं रुकेंगी। अब पंजाब के बस अड्डों पर बसें पार्क नहीं होंगी
मुकेश अग्निहोत्री, डिप्टी सीएम
खैर ये मामला तो हुआ भिंडरावाला और पोस्टर विवाद का, जिसमें बसों को निशाना बनाया गया, लेकिन पंजाब हिमाचल के बीच केवल यहीं टेंशन नहीं है कई बार ये भी देखा गया है कि पंजाब से टूरिस्ट के भेष में आए कुछ शरारती तत्व यहां माहौल खराब करने की कोशिश करते हैं, कई बार हिमाचल के लोगों के साथ तू- तू मै मै हो जाती है. ताजा मामला हम सबके सामने ही है. जहां छोटी काशी में एक मामूली सी बात पर ढाबा संचालक पर गोलिया दाग दी गई..जिला मंडी में हुए गोलीकांड में घायल व्यक्ति प्रदीप गुलरिया ने बताया कि यदि वे अपने हाथ को आगे न करते तो उनके सर पर सीधे गोली लगती। उन्होंने बताया कि रात के समय उनके ढाबे पर कुछ लोग आए और उन्होंने खाना पैक करने के लिए कहा। जब वे किचन से बाहर निकले तो उनका गला खाली था, तथा लगाया गया सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर भी गायब था। लेकिन मैंने चुपी साधे रखी। उन लोगों ने उन्हें जो भी उनके पास धनराशि है देने के लिए कहा और मुझ पर रिवॉल्वर तान दी और गोली दाग दी. ये लोग पंजाबी में बात कर रहे थे।
अब पहले ही दोनों राज्यों में भिंडरावाला को लेकर विवाद चल रहा है. और उस बीच पर्यटक हिमाचल आकर गोलियां दाग रहे हैं तो सवाल ये भी उठ रहा है कि अगर घूमने आना है तो देसी कट्टे का क्या काम. जाहिर है इस मामले का भिंडरावाले से भले ही कोई नाता न हो मगर आग में घी डालने का काम जरूर किया है। खैर आपको क्या लगता है कि हिमाचल और पंजाब में किस तरह से रिश्तों को सुधारा जा सकता है। हर साल विवादित झंडो को लेकर जो विवाद होता है इसे हल कैसे कर सकते हैं और हिमाचल में आज जो पंजाब की बस के साथ किया गया क्या आप उस रिएक्शन को सही मानते हैं।