अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना होगा मुश्किल
लगातार जारी है सोने के दाम में बढ़ोतरी
जल्द 1 लाख के पार हो सकता है सोने का भाव
भारत की पहचान ही यही की संस्कृति और त्योहारों से होती है। यहां ऐसे कई त्योहार मनाए जाते हैं, जिसमें पीली धातू यानि की सोने का भी विशेष महत्व होता है। ऐसा ही एक त्योहार इस महीने के अंत में भी आ रहा है अक्षय तृतीया का पव और अक्षय तृतीया के दिन सोना खरीदना एक महत्त्वपूर्ण परंपरा है। माना जाता है कि इस दिन सोना खरीदने से भविष्य में धन और समृद्धि में वृद्धि होती है, लेकिन इस बार असमंजस ये हैं कि क्या एक मीडिल क्लास इस पर्व को खुशी से मना भी पाएगा या नहीं। वजह बिल्कुल साफ है। सोने की आसमान को छूती हुई कीमतें। अब तो बकायदा संभावना जताई जा रही है कि अक्षय तृतीया से पहले सोने के भाव 1,00,000 पर जा सकते हैं।
अमरीका चीन टैरिफ वॉर, वैश्विक व्यापार तनाव और कई देशों में सोने के भंडार में वृद्धि जैसे कई कारणों से सोने के दाम में उछाल जारी है। अगर आप शनिवार यानि कि आज ही के सोने के दाम पर नजर डालेंगे, तो आज सोने-चांदी की कीमतों में फिर दलाव दिखा। नई कीमतों के बाद सोने के दाम 97000 और चांदी के भाव 1 लाख के पार ट्रेंड कर रहे है। जबकि दो से तीन दिन पहले सोना 98 हजार पर चला गया था। 22 कैरेट सोने के दाम आज बाजार में 89,600 रहा , 24 कैरेट का भाव 97, 730 और 18 ग्राम सोने का रेट 3,310 रुपए रहा। वहीं 1 किलो चांदी का रेट 99,900 रुपए था और ये माना जा रहा है कि अभी कुछ एक दिन में ये दाम और बढ़ सकते हैं।
अब ये बढ़ोतरी हो क्यो रही है, तो इसके पीछे का जवाब है कि जब भी विश्व पर कोई आर्थिक संकट आ रहा होता है या आने वाला होता है। तो निवेशक सोने की ओर रूझान लेने लगते हैं। क्योंकि ऐसा माना जाता है कि विश्व अर्थव्यवस्था में हुई अस्थिरता के समय सोना ही एक सुरक्षित निवेश विकल्प है। अब अगर आप वर्तमान हालात देखेंगे तो अमरीका की अर्थव्यवस्था को लेकर चिंता बढ़ रही है। अमरीका और चीन के बीच व्यापार युद्ध भी जारी है। ऐसे में बहुत से लोगों के लिए सोना एक अच्छा निवेश माना जा रहा है। यह आर्थिक मंदी से बचने का एक तरीका है। सोना आज के समय में सबसे अच्छा विकल्प बन गया है। भले ही ट्रंप ने टैरिफ पर फिलहाल रोक लगा दी है, लेकिन अमरीका में मंदी की संभावना बढ़ी है। इसलिए एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड और भौतिक मांग से सोने की मांग बढऩे की उम्मीद है। केंद्रीय बैंकों से भी सोने की मांग बढ़ी है। इसलिए सोने की कीमतों में बढ़ोतरी जारी रहने की उम्मीद है। यूं भी देखा जाए तो वैश्विक जोखिम के समय में सोना सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली संपत्ति बन जाता है। इससे सोने की कीमतें बढ़ जाती हैं।
कई विशेषज्ञों ने 2025 में सोने की कीमत में बड़ी बढ़ोतरी की भविष्यवाणी की है। हालांकि, थोड़े समय के लिए सोने की कीमतों में गिरावट भी आ सकती है। 2025 में अमरीका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में कटौती से भी सोने की कीमतों को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा बैंक ऑफ अमरीका के विश्लेषकों के मुताबिक कमोडिटी एक्सचेंज में सोने के दाम अगले दो साल में 3500 अमरीका डॉलर प्रति आउंस तक पहुंच सकते हैं। भारतीय मुद्रा में इसका मतलब है कि अगले दो साल में 24 कैरेट सोने का दाम 1 लाख 5 हजार रुपए प्रति दस ग्राम तक पहुंच सकता है, तो वहीं गोल्डमैन के विश्लेषकों का अनुमान है कि मौजूदा साल 2025 के खत्म होते होते सोने के दाम 1 लाख तक पहुंचने की संभावना है।
हालांकि इससे पहले एक दावा ये भी किया गया था कि सोने की कीमतों में बड़ी गिरावट आएग. और सोना 55 हजार तक पहुंच जाएगा। कुछ समय के लिए कीमते गिरी भी मगर उसके बाद देखा गया कि सोना लगातार नए रिकार्ड तोड़ रहा है। भारत में दाम बढऩे का एएक कारण ये भी है कि यहां डिमांड भी बढ़ी है विवाह-शादियों का समय चल रहा है और साथ ही अक्षय तृतीया के चलते भी माना जा रहा है। सोने की खरीद बढ़ी हैं। हालांकि अटकलों के बीच ज्वैलर्स भी ग्राहकों को रिझाने के लिए स्कीम ला रहे हैं। हिमाचल में भी जगह जगह इन दिनों बड़े ज्वेलर्स की ओऱ से ऑफर दिए जा रह हैं, हालांकि देखना ये होगा कि दावे कई किए जा रहे हैं मगर क्या आने वाले दिनों में वाक्य में ये सुनहरी धातू खरीदना कई परिवारों के लिए जी का जंजाल बन जाएगी। क्या सोने की कीमते त्योहार का रंग फीका कर सकती हैं आपकी क्या राए हैं जरूर बताएं।