देश की सांसों पर मरहम लगाने वाली दवा बाकी देशों में बैन, WHO ने माना है जहर
दिव्य हिमाचल डिजिटल डेस्क
देश को सांसें देने वाली दवा हिंदुस्तान को छोडक़र बाकी देशों में प्रतिबंधित है। वहां इस दवा का इस्तेमाल नहीं किया जाता, क्योंकि वल्र्ड हैल्थ आर्गेनाइजेशन का मानना है कि इससे खतरनाक बिमारियां लग जाती हैं। यही वजह है कि डब्ल्यूएचओ ने इसे बैन कर रखा है। नॉर्थ अमरीका और यूरोप में इस दवा का इस्तेमाल नहीं होता है। यानी कि वहां यह बैन है।
डब्ल्यूएचओ का मानना है कि इस दवा के इस्तेमाल से अस्थमा और टीबी जैसी भयंकर बिमारी हो सकती है। हम बात कर रहे हैं देश के हर घर में इस्तेमाल होने वाले विक्स वेपोरब की, जिसे अकसर सर्दी, जुकाम, बंद नाक, खांसी और छाती को खोलने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। बच्चों पर तो विक्स वेपोरब को अकसर इस्तेमाल किया जाता है। हैरत यह है कि विश्व के सबसे बड़े स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ ने इसे बैन कर रखा है। हालांकि कई स्टडी में पाया गया है कि विक्स जल्दी रिलीफ देता है, लेकिन छोटे बच्चों पर इसके इस्तेमाल से परहेज ही करना चाहिए।
ये लोग इस्तेमाल से बचें
आमतौर पर विक्स का इस्तेमाल सिरदर्द, नाक बंद, जाम छाती को खोलने के लिए किया जाता है और इसका असर भी जल्दी दिखने लगता है। हालांकि इसके कुछ एक नुकसान भी हैं। अगर विक्स स्किन पर लग जाए, तो जलन होने लगती है। साथ ही त्वचा लाल पड़ सकती है। आखोंं में जलन हो सकती है, जिससे आंखे लाल पड़ जाती हैं। अस्थमा के मरीजों के लिए विक्स का इस्तेमाल घातक सिद्ध हो सकता है। इसके अतिरक्ति विक्स का इस्तेमाल 5 साल तक के बच्चों पर नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे बच्चों में सांस की समस्या हो सकती है और आगे चलकर अस्थमा की बिमारी हो सकती है। गर्भवति महिलाओं को तो इसका इस्तेमाल करने से बचना चहिए, क्योंकि इससे पेट में पल रहे बच्चे को नुकसान हो सकता है। बच्चों के लिए बाजार में विक्स का बेबीरव भी आता है, उसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
डब्ल्यूएचओ ने क्यों किया बैन
वल्र्ड हैल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने विक्स को कई देशों में बैन कर रखा है, जिनमें नॉर्थ अमरीका, यूरोप और जापान सहित कई अन्य देश शामिल हैं। डब्ल्यूएचओ का मानना है कि विक्स एक जहर है, जिससे टीबी, अस्थमा, दमा जैसी गंभीर बिमारियां हो सकती हैं, जिस कारण इसे उक्त देशों में प्रतिबंधित किया गया है।
जिस देश की कंपनी, वहीं पर बैन
विक्स को प्रॉक्टर एंड गैंबल () कंपनी बनाती है, जो कि अमरीका की विश्व विख्यात कंपनी है। पीएंडजी का मुख्यालय सिनसिनाटी ओहियो में है। कंपनी की स्थापना 1837 में विलियम प्रॉक्टर और जेम्स गैंबल ने की थी। इस कंपनी के कई प्रोडक्ट्स हैं, जो विश्व भर में प्रसिद्ध हैं और बेहद भरोसेमंद होते हैं। पीएंडजी के सौंदर्य उत्पाद तो लोगों में बहुत ही प्रिय हैं। बड़ी बात यह है कि जिस देश की यह कंपनी है, उसी देश में इसके एक प्रोडक्ट को प्रतिबंधित किया गया है, क्योंकि डब्ल्यूएचओ ने इसे जहर माना है। अमरीका में डाक्टर पर्ची पर कभी विक्स की प्रिसक्रिप्शन नहीं लिख सकते। अगर ऐसा होता है, तो डाक्टर को 14 साल की जेल हो सकती है। साथ ही उसकी डिग्री को भी छीना जा सकता है। विक्स का उत्पादन भारत और मैक्सिको में होता है, लेकिन अमरीका में नहीं, जबकि यह अमरीका का ही ब्रांड है।
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