भारत में बढ़े कोरोना के मामले, जानिए, कितना खतरनाक है नया वेरिएंट, पड़ोसी राज्य में भी कोविड ने ली एंट्री, हमें कितना रहना होगा सावधान
कोरोना- ये नाम जब भी जहन में आता है, तो एक अजीब सा डर लगने लगता है, और अचानक वो पल याद आ जाते हैं जब दुनिया थम गई थी। लोग अपनो से भी दूर भाग रहे थे, लेकिन फिर धीरे धीरे हालात बदले और कोरोना से हमने जंद जीत ली। लेकिन एक बार फिर कोरोना सबको डरा रहा है। खबर है कि हिमाचल के पड़ोसी राज्य में भी मामले सामने आए। भारत के कई राज्यों में पिछले कुछ दिनों में मामले बढ़े हैं। लेकिन ऐसी स्थिती में हमे कितना डरने की जरूरत है आज इसी पर बात करेंगें । एशिया के कई देशों में कोरोना तेजी से पैर पसार रहा है, सिंगापुर और हांगकांग में सबसे ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं, सिंगापुर में 1 से 19 मई तक करीब 3000 मामले दर्ज किए गए हैं जबकि हांगकांग में कोरोना से अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं बात भारत की करें तो भारत में इस वक्त संक्रिमतों का आकंड़ा लगभगा 250 के पार है, फिर भी भारत में अभी स्थिती बाकी देशों की तरह नहीं हैं। यहां हालात सामान्य है। हां लेकिन, महाराष्ट्र, केरल और तमिलनाडु जैसे राज्यों में मामलों की संख्या बढ़ रही है। मुंबई के केईएम अस्पताल में हाल ही में दो मरीजों की मौत भी हुई है, हाल ही में बिग बॉस 18 में नजर आईं एक्ट्रेस शिल्पा शिरोडकर भी यहां कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी, जिससे सतर्कता और बढ़ गई है, और अब तो हिमाचल के पड़ोसी राज्य हरियाणा में भी कोरोना के दो मामले पाए गए हैं, जिनमें एक महिला और एक बुजुर्ग व्यक्ति शामिल हैं। दोनों मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है और उनकी स्वास्थ्य निगरानी जारी है। जानकारी के अनुसार, संक्रमित महिला हाल ही में मुंबई की यात्रा करके लौटी थी। लौटने के बाद जब उसमें हल्के लक्षण दिखे तो जांच कराई गई, जिसमें उसकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई। वहीं दूसरा मामला एक बुजुर्ग व्यक्ति का है, जिनमें संक्रमण के लक्षण सामने आने के बाद परीक्षण किया गया था।
इस बार कोरोना का जो नया वेरिएंट आया है, उसे JN.1 के नाम से जाना जा रहा है। यह ओमिक्रॉन वेरिएंट का ही एक नया रूप है। जानकारी के अनुसार इस वेरिएंट की सबसे पहले पहचान अगस्त 2023 में हुई थी। इसके लक्षण पहले के वैरिएंट्स जैसे ही हैं। लेकिन इसका सबसे आम लक्षण डायरिया है, जो अधिकतर मरीजों में नजर आ रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह वैरिएंट तेजी से फैलता है। विशेषज्ञों की माने तो JN.1 के स्पाइक प्रोटीन में हुआ बदलाव वायरस को पहचान से छिपने और तेजी से फैलने में मदद करता है।
ज्यादातर JN.1 संक्रमितों में ऊपरी श्वसन तंत्र से जुड़े हल्के लक्षण देखे गए हैं। इनमें बुखार, नाक बहना, गले में खराश, सिरदर्द, थकान, मांसपेशियों में कमजोरी जैसी समस्याएं शामिल हैं। कुछ मरीजों में भूख न लगना और लगातार मतली की शिकायत भी देखी गई है।
कुछ दिन पहले ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस पर एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक बुलाई थी। बैठक में देश में मौजूदा कोविड-19 की स्थिति की विस्तार से समीक्षा की गई थी और ये पाया गया था कि देश में कोरोना की स्थिति कंट्रोल में है। बाकी जिन राज्यों में खतरा बढ़ा है वहा के मुख्यमंत्री अपने स्तर पर बैठक कर रहे हैं, और जहां जरूरत पड़ रही है वहां स्वास्थ्य विभाग को सतर्क रहने के निर्देश भी दिए जा रहे हैं, हालांकि देश भर में अभी कोरोना को लेकर कोई बड़ी एडवाइजरी जारी नहीं की गई है।
भारत में नए वेरिएंट के ज्यादा सर्कुलेट होने की भी अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, देश में पाए गए कोरोना के मामलों में लगभग सभी मामले हल्के हैं, इसलिए ज्यादा पैनिक होने वाले हालात भी नहीं है। बात हिमाचल की भी करें तो देखिए यहां अभी हालात बिल्कुल सामान्य है, कोरोना का एक भी मामला हिमाचल में नहीं है, ऐसे में डरने की बात नहीं है लेकिन सतर्क रहना ज़रूरी है। अगर आप उन राज्यों में रहते हैं या ट्रेवल कर रहे हैं तो आपको बस उन्हीं सावधानियों को दोहराना है, जैसा हम पहले करते थे। ज्यादा भीड़भाड़ से बचें मास्क पहनें, खासकर बंद जगहों पर और हाथ धोना न भूलें । ये छोटे से कदम उठाकर आप खुद को सुरक्षित रख सकते हैं, हालांकि ऐसे में अभी घबराने की जरूरत नहीं है। भारत में विशेषज्ञों का यही कहना है कि हालात काबू में हैं। भले ही वेरिएंट नया हो मगर, डर नया नहीं है ।
Corona अब हमारे जीवन का हिस्सा बन चुका है – और उससे लड़ने का सबसे कारगर हथियार है सावधानी + जानकारी।