भर्ती से पहले एनटीटी डिप्लोमा पर हो फैसला

By: May 10th, 2025 10:33 pm

स्टाफ रिपोर्टर—शिमला

प्रदेश सरकार लंबे समय बाद एनटीटी के पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू करने जा रही है, लेकिन इन पदों के लिए एक साल के एनटीटी डिप्लोमा धारकों ने उन्हें प्राथमिकता देने की मांग उठाई है। प्राथमिकता देने के पीछे उनका तर्क यह है कि प्रदेश में जिस आधार पर यह भर्तियां करवाई जा रही है, उसमें अभ्यर्थी ही इस भर्ती के लिए नहीं मिलेंगे। एनसीटीई से मान्यता प्राप्त दो साल अर्ली चाइलडहूड एजुकेशन प्रोग्राम या नर्सरी टीचर एजुकेशन में डिप्लोमा होना जरूरी है, लेकिन हिमाचल में इस पात्रता शर्त को पूरा करने वाले डिप्लोमाधारक बेहद कम है। हमीरपुर जिला से एनटीटी संघ की अध्यक्ष पूनम का कहना है कि वर्ष 2014 के बाद एनसीटीई ने दो साल का प्री-नर्सरी टीचर के लिए डिप्लोमा ही बंद करवा दिया। प्रदेश में अधिकतर डिप्लोमा धारक एक साल वाले हैं। ऐसे में पात्रता की जो शर्त लगाई गई है, वह सही नहीं है। वहीं, उन्होंने ये भी कहा है कि इस भर्ती के लिए वे खुद चार बार प्रदेश मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मिल चुकी है। इसमें मांग उठाई थी कि एक साल के एनटीटी डिप्लोमा धारकों को इसमें प्राथमिकता दी जाए।

मुख्यमंत्री ने बजट भाषण के दौरान भी इसकी घोषणा की थी, लेकिन इसमें दो साल को ही पात्र बनाया गया है। गौर रहे कि हिमाचल के सरकारी स्कूलों में प्री-नर्सरी टीचर भर्ती करने का फैसला 23 सितंबर, 2022 को हुई कैबिनेट की बैठक में लिया गया था, लेकिन पूर्व भाजपा सरकार इस भर्ती को चुनाव से पहले नहीं कर पाई। कांग्रेस सरकार आने के बाद पूर्व सरकार के फैसलों को रोक दिया गया। कांग्रेस की सरकार ने फिर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में 18 जून, 2024 को कैबिनेट की बैठक में 6297 पद भरने का फैसला किया। लंबे इंतजार के बाद अब प्री नर्सरी टीचर भर्ती शुरू हुई है।


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