Himachal : बिना लाइसेंस नहीं होगी सेब की खरीद

हरेक आढ़ती को प्रदर्शित करना होगा लाइसेंस
सेब सीजन से पहले उडऩ दस्ते तैयार
पहली जुलाई से शुरू हो जाएगी अर्ली वैरायटी सेब की आमद
चीफ रिपोर्टर- शिमला
बिना लाइसेंस के किसी भी आढ़ती को यहां सेब का कारोबार नहीं करने दिया जाएगा। इस बार नियम सख्त कर दिए गए हैं और पहले से ज्यादा सख्ती इसमें बरती जाएगी। इसके लिए सरकार की ओर से निर्देश जारी कर दिए गए हैं। मार्किटिंग बोर्ड ने अपने अधीन आने वाली सभी एपीएमसी मंडियों को जरूरी निर्देश जारी किए हैं और अभी से उडऩदस्ते बनाने के लिए कहा गया है। सेब सीजन के दौरान मार्किटिंग बोर्ड और एपीएमसी की फ्लाइंग स्कवायड अलग-अलग जगहों पर दबिश देगी और नियमों के खिलाफ जहां भी कारोबार होगा उसपर अंकुश लगाया जाएगा। हिमाचल में सेब सीजन के दौरान आढ़ती बागीचों में ही सेब खरीद लेते हैं और वहां पर बागवानों से ठगी हो जाती है। ऐसी ठगी के मामले सालों से सामने आ रहे हैं जिसपर इन ठग आढ़तियों को फिर पकड़ा नहीं जा पाता। ऐसे में इस सेब सीजन में सख्ती बरती जाएगी ताकि भविष्य में ऐसे कोई भी मामले सामने न आएं।
हाल ही में हुई बैठक के बाद एपीएमसी को मार्किटिंग बोर्ड की तरफ से निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इसमें कहा गया है कि उडऩदस्ते जगह-जगह पर जाकर दबिश देंगे। बागवानों के बागीचों तक पहुंचा जाएगा और वहां मौके पर देखेंगे कि कहीं किसी प्रकार से नियम तोड़े तो नहीं जा रहे हैं। इस बार आढ़तियों को साफ तौर पर कहा गया है कि वह अपने लाइसेंस को प्रदर्शित करेंगे। यदि उनका लाइसेंस प्रदर्शित नहीं होता है तो उनका चालान किया जाएगा। शिमला-किन्नौर एपीएमसी ने अभी तक 500 से ज्यादा आढ़तियों को पंजीकृत कर दिया है। इन सभी को कहा गया है कि वह अपने लाइसेंस दिखाएंगे और हरेक आढ़ती को नियमों के तहत कारोबार करना होगा। यहां बता दें कि पहली जुलाई से मंडियों में अर्ली वैरायटी का सेब आना शुरू हो जाएगा। एक तरह से यहां सेब सीजन शुरू हो जाएगा। सबसे पहले लोअर बैल्ट का सेब मंडियों में पहुुंचेगा। अभी भी कुछ स्थानों से ऐसा सेब आ रहा है जिसमें एक यो दो पेटियां सेब मंडियों में पहुंचने लगा है।
यहां बताया जा रहा है कि एपीएमसी ने अपने उडऩ दस्ते गठित कर दिए हैं जो समय-समय पर बागीचों में पहुंचकर जहां निगरानी करेंगे वहीं मंडियों व अन्य बाजारों में भी दबिश देंगे। बिना लाइसेंस कोई आढ़ती यहां कारोबार करता हुआ पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। मार्किटिंग बोर्ड के प्रबंध निदेशक हेमिस नेगी ने बागवानों से भी आहवान किया है कि वो पंजीकृत आढ़ती से ही कारोबार करेंगे। किसी के झांसे में न फंसें क्योंकि जो आढ़ती पंजीकृत नहीं है वो बागवानों के साथ ठगी करते हैं जिसके कई मामले पूर्व में सामने आ चुके हैं। बागवानों को ऐसे मामलों में सचेत रहने की जरूरत है। इसके अलावा मार्किटिंग बोर्ड व एपीएमसी ने अपनी ओर से सभी तरह की तैयारियां कर ली हैं।
—-शकील
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