हिमाचल में मानसून में अब तक 74 की मौत; 37 लापता, हाई अलर्ट पर प्रदेश आज रेड अलर्ट

By: Jul 5th, 2025 10:53 pm

27 ने सडक़ दुर्घटना में गंवाई जान, प्रदेश की 239 सडक़ें पूरी तरह से बंद
तीन जिलों में भारी से बहुत
भारी बारिश, सात जिलों में ऑरेंज अलर्ट

चीफ रिपोर्टर — शिमला

हिमाचल प्रदेश में मानसून के इस सीजन के दौरान अभी तक 74 लोगों की जान चली गई है, वहीं 37 लोग अभी भी लापता हैंं। इनमें सडक़ दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या 27 बताई जा रही है। राज्य की 239 सडक़ें अभी भी यातायात के लिए पूरी तरह से बंद पड़ी हुई हैं, जबकि अलग-अलग क्षेत्रों में 258 बिजली ट्रंासफार्मर व 289 पेयजल परियोजनाएं बंद हैं। राज्य में राहत और बचाव कार्य तेजी के साथ चल रहा है। लापता लोगों की तलाश चल रही है। आपदा प्रबंधन सेंटर से मिली सूचना के अनुसार बिलासपुर में मृतकों की संख्या सात है, जबकि चंबा में नौ, हमीरपुर में तीन, कांगड़ा में 13, किन्नौर में तीन, कुल्लू में पांच, लाहुल-स्पीति में एक व्यक्ति की जान गई है। मंडी में सबसे अधिक 20 लोगों की मौत का आंकड़ा अब तक सामने आ सका है। इसी तरह से शिमला में पांच, सिरमौर में एक, सोलन में दो व ऊना में पांच लोगों की आपदा में मौत हुई है। 115 लोग इस दौरान घायल हुए हैं, जबकि 37 लोग लापता हैं। लापता लोगों में सबसे बड़ा आंकड़ा 31 लोगों का मंडी जिला में सामने आया है। आपदा के कारण पटरी से उतरा जनजीवन अभी भी पटरी पर नहीं लौट पाया है। राज्य में अभी भी 239 सडक़ें यातायात के लिए बंद चल रही हैं।

सडक़ों के साथ राज्य के विभिन्न जिलों में 258 डीटीआर और 289 पेयजल परियोजनाएं भी ठप चल रही हैं, जिससे प्रदेश में जनता को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा कुल्लू व सिरमौर में भी काफी संख्या में सडक़ें बंद पड़ी हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक मंडी में अभी भी 176 सडक़ें यातायात के लिए अवरूद्ध चल रही हैं। मंडी के सबडिविजन धर्मपुर में 27, सिराज में 85, थलोट में 36, मंडी-2 में 10, गोहर में पांच, करसोग में छह, सरकाघाट में दो, जोगिंद्रनगर में एक और सब डिविजन पद्धर में चार सडक़ें यातायात के लिए बाधित चल रही हैं। चंबा में सलूणी सबडिविजन में तीन सडक़ें बाधित हैं। कांगड़ा के नगरोटा में दो, शाहपुर में तीन पालमपुर में पांच और जयसिंहपुर में दो सडक़ें अवरूद्ध चल रही है। कुल्लू के बंजार में 19 और निरमंड सबडिविजन में 17 सडक़ें वाहनों की आवाजाही के लिए बंद पड़ी हैं। शिमला के सुन्नी व रामपुर में 1-1, कुमारसैन में दो सडक़ें बाधित बताई जा रही है। सिरमौर के नाहन में एक, शिलाई में एक, संगडाह, राजगढ़ सब-डिविजन में एक-एक सडक़ बंद है। ऊना के सब-डिविजन ऊना व अंब में दो-दो सडक़ें बंद चल रही हैं। हालांकि लोक निर्माण विभाग द्वारा बंद चल रही सडक़ों को बहाल करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है, मगर भारी नुकसान होने के साथ हो रही बारिश राहत कार्य में आढ़े आ रही है। प्रदेश में अभी भी 258 बिजली ट्रांसफार्मर डीटीआर सहित 281 पेयजल परियोजनाएं ठप चल रही है, जिससे प्रदेश में जनता को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदेश के मंडी जिला में सबसे ज्यादा 230 ट्रांसफार्मर बंद चल रहे हैं। वहीं राज्य में एक बार फिर मौमस अपना रौद्र रूप दिखाने की तैयारी में है। कांगड़ा और मंडी जिलों में बरसात में जमकर कहर बरपा है और रविवार के लिए भी इसी तरह की चेतावनी आई है। एक बार फिर यह दोनों जिले निशाने पर हैं जिनके साथ एक अन्य जिला सिरमौर के लिए भी रेड अलर्ट जारी किया गया है। रविवार को तीन जिलों में रेड अलर्ट है तो वहीं सात जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।


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