प्रो. एनके सिंह

प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार सम्मान की जिस दृष्टि के साथ विश्व आज हमें देख रहा है, वह सम्मान चंद्रयान जैसी परियोजना के कारण और बढ़ गया है। जब मैंने यूएन सर्विस की यात्रा की अथवा एयर इंडिया के बोर्ड में जब मैं डायरेक्टर था तो उस समय अन्य देश भारत अथवा भारतीयों की

प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार चूंकि भारत का संविधान जम्मू-कश्मीर के संविधान से पूरी तरह अखंडित नहीं था, इसलिए इसे लागू करने के लिए पहले एक आदेश जारी किया गया।  दूसरे, बदलाव लाने की शक्ति को कायम रखने के अलावा अनुच्छेद 370 को हटा दिया गया। उसी दिन एक प्रस्ताव पास करके पुनर्गठन की

प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार कांग्रेस को राष्ट्रीय परिदृश्य का नेतृत्व करने की हेकड़ी को छोड़ते हुए जहां रणनीति बनती है, वहां समविचारक दलों से गठजोड़ कर लेना चाहिए। बेशक पंजाब अभी भी उसके प्रभाव में है, किंतु यह कैप्टन अमरेंद्र सिंह के कारण संभव हो पा रहा है। वहां पर नवजोत सिंह सिद्धू

प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार संसदीय प्रणाली की विफलता को देखकर ही हिमाचल के अग्रणी अखबार ‘दिव्य हिमाचल’ के सीएमडी भानू धमीजा ने अपनी पुस्तक में यह वकालत की है कि भारत को शासन की राष्ट्रपति पद्धति अपना लेनी चाहिए। उनके अनुसार ऐसा करना उपयुक्त होगा। लेकिन हम एक ऐसी शासन प्रणाली के अधीन

प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार 15 विधायकों, जिनमें दस कांग्रेस और पांच जनता दल सेक्युलर के हैं, ने इस्तीफा दे दिया है और चाहते हैं कि स्पीकर इन्हें स्वीकार करे। पूरा मामला लड़खड़ाती सरकार ने लटकाए रखा, जो सदन का विश्वास खो चुकी थी, परंतु तकनीकी रूप से इसे बाहर नहीं किया जा सका।

प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार अधिकतर भारतीय राज्य वर्षा के पानी की वजह से बाढ़ग्रस्त हैं, लेकिन फिर भी 165 मिलियन भारतीयों को पीने का स्वच्छ पानी नसीब नहीं है। सरकार ने आगाह किया है कि 2020 तक भारत के 22 शहरों को भीषण जल संकट का सामना करना पड़ेगा। जबकि मुश्किल से ही

प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार जवाहर लाल नेहरू का लोकतांत्रिक भारत के नेता के रूप में आरोहण भारत में एक महत्त्वपूर्ण घटनाक्रम था। यह इसलिए कि मोती लाल नेहरू के बाद जवाहर लाल ने उस वंश परंपरा की नींव रखी जिसने कांग्रेस पार्टी को नेतृत्व उपलब्ध करवाया। हालांकि थोड़े-थोड़े अंतराल के लिए नरसिम्हा राव, देवेगौड़ा

प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले घोषणा की थी कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है, तो वह प्रत्येक किसान को 72000 रुपए सालाना देंगे। यह उस गरीब किसान की भावना को पकड़ने की अच्छी सोच है, जिसे ऋण और वंचना की बदतर

प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार   दिन-प्रतिदिन विपक्ष की संख्या में कमी आ रही है। संख्या के साथ-साथ उनके प्रभाव और रौब में भी कमी आ रही है। सिर्फ संख्या में कमी ही नहीं आ रही है, बल्कि बड़े पैमाने पर सीटें व राज्य विपक्षी दल खो रहे हैं। इसके साथ ही उनकी आंतरिक