औद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय का ट्रायल हुआ सफल चार वर्ष पहले लगाए गए पौधे में अब फल लगना हुए शुरू स्टाफ रिपोर्टर-हमीरपुर हिमाचल में अब औषधीय गुणों से भरपूर एवोकाडो फल की अपनी पैदावार होगी। इससे जहां बागबानों की आर्थिकी सुदृढ़ होगी, वहीं प्रदेश में भी एवोकाडो का फल उपलब्ध हो जाएगा। एवोकाडो के पौधों
नौहराधार। सिरमौर जिला के ऊपरी क्षेत्र नौहराधार, हरिपुरधार में मटर की फसल शुरू हो चुकी है, मगर इस वर्ष इन क्षेत्रों में 20 फीसदी फसल भी नहीं है। अत्यधिक बारिश ने इस क्षेत्र में मटर की फसल को 80 फीसदी तबाह कर दिया है। इस समय सब्जी मंडियों में मात्र नोहराधार से एक या दो पिकअप भी...
सीएसआईआर-आईएचबीटी ने प्रदेश में सिनामोमम वेरम की खेती का किया आगाज कार्यालय संवाददाता — पालमपुर प्रदेश में दालचीनी की खेती की शुरुआत हो गई है। सीएसआईआर- आईएचबीटी ने जिला ऊना के गांव खोलीं से इसका आगाज कर दिया है। हिमालय जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान प्रदेश में सिनामोमम वेरम यानि दालचीनी की खेती की शुरुआत आईसीएआर-भारतीय मसाला
कृषि विभाग ने प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर कुल्लू किया रवाना सिटी रिपोर्टर-शिमला प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के प्रति किसानों को जागरूक करने के उद्देश्य से गुरुवार को कृषि निदेशालय शिमला से संयुक्त निदेशक कृषि डाक्टर देशराज ठाकुर द्वारा एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी के प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर जिला कुल्लू की निरमंड तहसील
प्रदेश में कमजोर पड़ा मानसून, पिछले एक सप्ताह में सामान्य से कम हुई बारिश कार्यालय संवाददाता-शिमला हिमाचल प्रदेश में मानसून कमजोर पड़ गया है। राज्य में पिछले एक सप्ताह के दौरान प्रदेश सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है। मानसून सीजन के दौरान सामान्य से कम बारिश होने से किसानों व बागबानों में चिंता
कांगड़ा-चंबा में नकदी फसलों को भारी नुकसान इस बार रबी की फसलों पर सूखे की मार पड़ी थी। गेहूं समेत सारी फसलों को भारी नुकसान हुआ है। अब मई माह में बारिश और ओले गिर रहे हैं। इससे सेब आडू और नाशपाती को भारी नुकसान हुआ है। एक रिपोर्ट… हिमाचल में पहले गेहूं समेत अन्य
अगले सीजन में चार मंडियों में हो पाएगा एप्पल का कारोबार, मेहंदली, अणु, खड़ापत्थर की मार्केट में मिलेगी सुविधा, किन्नौर के टापरी में भी मिलेगी सहूलियत… हिमाचल के सेब बागबानों के लिए आगामी सीजन में चार मंडियों में सेब का कारोबार होगा। शिमला की अणू, मैंहदली, खड़ापत्थर और जिला किन्नौर की टापरी मंडियों में सेब
मंड और पांवटा में गन्ने की बिजाई जोरों पर, ट्रैक्टर में मशीन लगाकर तैयार किए जा रहे खेत गन्ने की फसल साल में दो बार होती है। इन दिनों भी गन्ने को निकालने के बाद बीजने का दौर है। तकनीक के जमाने में गन्ने को बीजने का स्टाइल भी बदल गया है। एक खबर… गन्ने