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यदि शुद्ध हिमाचली भुट्टे (मक्की) की लज्जत व अन्य पहाड़ी लजीज व्यजनों का जायका कायम रखना है तो परंपरागत फसलों को बचाकर इनके संरक्षण की पैरवी करनी होगी… हिमाचल प्रदेश की आर्थिकी में कृषि, बागबानी तथा पशुपालन व्यवसाय का विशेष महत्त्व व योगदान रहा है। राज्य की लगभग 90 प्रतिशत ग्रामीण आबादी का एक बड़ा

सुखदेव सिंह लेखक नूरपुर से हैं यह शस्त्र ही जिनका दशकों से गहना रहे हों, उन्हें आतंकवादी कहना भी उचित नहीं है। किसानों का हुक्का-पानी बंद किए जाने से इस विकराल बनती जा रही समस्या का हल नहीं निकलने वाला है। आज किसानों का मददगार बनकर अपनी राजनीति चमकाने वाले नेताओं की कमी नहीं, यह

कर्नल (रि.) मनीष धीमान स्वतंत्र लेखक पिछले दिनों हिमाचल में पंचायती चुनाव संपन्न होने के बाद जिला परिषद और बीडीसी के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पाने की जद्दोजहद के लिए भाजपा और कांग्रेस एक-दूसरे के चुने हुए प्रत्याशियों में सेंध लगाने की कोशिश करती रहीं। दोनों पार्टियों के नेताओं ने इसमें पुरजोर कोशिश की, पर

सीटों की बात रहने भी दें तो उसे वोट प्रतिशत में भी ऐतिहासिक गिरावट आई है। लोगों को ग़ुलाम नबी की पार्टी ही ख़ुश रख सकती है। यदि सचमुच ऐसा होता तो जम्मू वाले उनकी पार्टी को गोधूली न चटाते। जहां तक कश्मीर संभाग का सवाल है, वहां कुछ गिनी-चुनी पार्टियों को छोड़ कर, कांग्रेस

भारतीय खेल प्राधिकरण खेलो इंडिया के अंतर्गत प्रदेश में उच्च खेल परिणाम दिलाने वाली अकादमियां स्थापित कर रहा है। अच्छा होगा, वहां भी अच्छे स्तर वाले प्रशिक्षकों को  सम्मानजनक वेतनमान पर रखा जाए ताकि प्रदेश के खिलाडि़यों को उच्च स्तर के प्रशिक्षक मिल सकें… राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर  खेल परिणामों में पिछले कई दशकों

पी. के. खुराना राजनीतिक रणनीतिकार भारतीय संस्कृति में गणेश जी की बड़ी महत्ता है। हर कार्य की शुरुआत से पहले गणेश वंदना द्वारा कार्य की सफलता की प्रार्थना की जाती है। गणेश जी सफलता की शुरुआत हैं। आज हम सफल जीवन के रहस्यों की जानकारी की शुरुआत भी गणेश जी से ही करेंगे। घबराइए मत,

यह तथ्य अब किसी से छिपा नहीं है कि गत वर्ष जून में गलवान घाटी में हुआ सैनिक टकराव कोई आकस्मिक घटनाक्रम नहीं, बल्कि चीन की सोची-समझी साजिश का परिणाम था। एक यूएस कांग्रगेशन पैनल की दिसंबर 2020 की रिपोर्ट के अनुसार गलवान घाटी की घटना चीन की सोची-समझी योजना थी जिसमें वह संभावित नुकसान

वित्त आयोग की यह अनुशंसाएं  प्रदेश के लिए कितनी महत्त्वपूर्ण हैं, इसे इस बात से समझा जा सकता है कि प्रदेश  की वित्तीय व्यवस्था का 67 फीसदी केंद्र सरकार की आर्थिक सहायता और अनुदान पर निर्भर है। वित्त आयोग ने  प्रदेश को उदार मन से धन अवश्य उपलब्ध करवाया है, पर साथ में कुछ चिंताएं

जानकारों का कहना है कि कोरोना संकट की वजह से लोगों ने काफी मुश्किलों का सामना किया है। महंगाई की वजह से इलाज के खर्चे काफी बढ़ गए हैं और वर्क फ्रॉम होम करने की वजह से नौकरीपेशा लोगों का बिजली और अन्य यूटिलिटी पर खर्च काफी बढ़ गया है। लेकिन इस पर भी कुछ