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प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार लाखों टन गेहूं तथा अन्य फसलें बारिश, तूफान या आग में नष्ट हो जाती हैं, लेकिन वहां पर्याप्त वेयरहाउसिंग क्षमता नहीं है। इस क्षेत्र में आधारभूत सुविधाएं जुटाने के लिए निवेश करने के लिए तथा आधुनिकीकरण के लिए निजी क्षेत्र को आगे आना ही चाहिए। अंबानी अथवा अडानी द्वारा

भूपिंदर सिंह राष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रशिक्षक हिमाचल प्रदेश में बहुत कम प्रशिक्षण केंद्र हैं। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाला खिलाड़ी बनने के लिए स्कूल व कालेज समय में खिलाड़ी को अच्छी खेल सुविधा उपलब्ध करानी चाहिए। पूरे संसार में जहां के खिलाड़ी श्रेष्ठ हैं, वहां पर स्कूल व कालेज स्तर पर बहुत ही उत्तम खेल सुविधाएं मुहैया

पीके खुराना राजनीतिक रणनीतिकार भारतीय खाद्य निगम पर भी अडानी का बोर्ड लग गया है और पानीपत के पास नौल्था गांव में लगभग सौ एकड़ जमीन पर अडानी का विशाल गोदाम बन रहा है जहां हरियाणा और आसपास के राज्यों से खरीदी गई फसल का भंडारण होगा। भंडारण शायद एक गलत शब्द है, सही शब्द

उसकी इस हालत का पूरा लाभ वे तत्त्व उठाते हैं जो उत्पादन प्रक्रिया के अंग नहीं हैं और अपने पैसे के बल पर किसानों की मेहनत को लूट कर मालामाल हो रहे हैं। परिवार के विभाजन के साथ-साथ कृषि भूमि का विभाजन लगातार हो रहा है। देश के अधिकतर किसान आज या तो हाशिए के

देश के लिए हिमाचल का सैन्य बलिदान हमेशा अग्रणी रहा है। इसलिए देश के कुछ नेताओं तथा मायानगरी के अदाकारों को भी वीरभूमि हिमाचल पर लफ्फाजी करने से परहेज करना होगा। इसके अलावा हमारे देश के कुछ हुक्मरान ‘पीओके’ को वापस लेने की ख्वाहिश जाहिर करते हैं, जबकि यह जोखिम भरा काम भी हमारी सैन्यशक्ति

भरत झुनझुनवाला आर्थिक विश्लेषक हमें भी ऐसी फसलों की खोज करनी चाहिए जिन फसलों पर हम वैश्विक बाजार में अपनी सुदृढ़ पैठ बना सकें। उन फसलों की  गुणवत्ता अन्य सभी देशों की तुलना में अच्छी और दाम कम होने  चाहिए जिससे हम प्रतिस्पर्धा में खड़े रह सकें। हमारे देश का सौभाग्य है कि यहां हर

इस प्रकार संक्रमण के एक घर से दूसरे घर पहुंचने की संभावना बहुत ज्यादा है। इसके अलावा पंचायत चुनावों के लिए कर्मचारियों की होने वाली चुनावी रिहर्सल और अन्य चुनाव संबंधी कार्यों में भी संक्रमण के फैलने की आशंका बहुत अधिक है। पंचायत चुनाव प्रदेश के लिए बड़ी मुसीबत न बन जाएं, इसके लिए सरकार

निःसंदेह तीसरे आर्थिक पैकेज की कुछ और राहतें बड़ी महत्त्वपूर्ण हैं। कोविड-19 वैक्सीन के शोध व विकास के लिए 900 करोड़ रुपए के प्रोत्साहन की घोषणा की है। 14 करोड़ किसानों को खाद मुहैया कराने के लिए वित्त वर्ष 2020-21 में इस क्षेत्र के लिए अतिरिक्त 65000 करोड़ रुपए का आवंटन किया, जो कि बजट

स्वदेशी जागरण मंच कई दशकों से देशी उत्पादों को अपनाने को लेकर आंदोलनरत है। मंच के राष्ट्रीय संयोजक अश्विनी महाजन का मानना है कि देश का विकास तेजी से तभी होगा जब वह स्थानीय स्तर के आधार पर होगा। स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए भाजपा सरकार ने आर्थिक सहयोग, मार्केट और तकनीकी सहयोग