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भूपिंदर सिंह राष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रशिक्षक इंडोर स्टेडियम में अलग-अलग समय में अलग-अलग खेल के प्ले फील्ड बिछा कर खेल प्रतियोगिता व प्रशिक्षण किया जा रहा है। इन प्ले फील्ड की खरीददारी में भी काफी घपला होता है। हिमाचल प्रदेश के महाविद्यालयों में जहां अधिकतर खेल सामग्री महाविद्यालय प्रशासन स्वयं खरीदता है, वहीं पर कुछ खेल

प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार प्रत्येक राज्य को एक ऐसे नेता की जरूरत है जिस पर विश्वास किया जा सके अथवा जो नागरिकों का नेतृत्व करने के लिए क्षमता व विजन रखता हो। उड़ीसा में नवीन पटनायक, बिहार में नीतीश कुमार, बंगाल में ममता बैनर्जी, पंजाब में अमरेंद्र सिंह, मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह

पीके खुराना राजनीतिक रणनीतिकार कभी हमारे साथ कोई अन्याय हो जाता है या हमसे कोई भूल हो जाती है तो जीवन के उन कमजोर क्षणों में धीरज रखकर कुछ समय गुजर जाने देना सदैव श्रेयस्कर होता है। कुछ समय के बाद जब मन निर्मल हो जाए, अपमान की चोट या अपराध बोध कुछ कम हो

प्रो. मनोज डोगरा लेखक हमीरपुर से हैं डिजिटल पढ़ाई के विकल्प पर एक सवाल खड़ा हो जाता है कि क्या यह डिजिटल शिक्षा सभी विद्यार्थियों तक पहुंच पा रही है या नहीं, क्योंकि हिमाचल एक ऐसा भौगोलिक विभिन्नता वाला प्रदेश है जिसके ऊंचाई वाले व दुर्गम क्षेत्रों में कॉल करने तक का सिग्नल नहीं होता

पवन कुमार शर्मा लोकसभा टीवी पत्रकार वह नए सांसदों का मनोबल बढ़ाते हैं। 17वीं लोकसभा के पहले सत्र में 19 जून से चार जुलाई 2019 के बीच सदन में 130 नए सदस्यों को बोलने का अवसर मिला। भारत के संसदीय इतिहास में यह पहला मौका था जब इतनी संख्या में नए सांसदों ने संसद में

किशन बुशहरी लेखक नेरचौक से हैं दुर्भाग्य यह है कि कोरोना महामारी की समस्या के कारण बल्ह घाटी के टमाटर उत्पादक किसानों की आर्थिकी को मजबूत करने के विपरीत भारी आर्थिक नुकसान की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। अधिकांश टमाटर उत्पादक किसान भूमिहीन व सीमित भूमि की उपलब्धता के कारण, टमाटर

अशोक गौतम ashokgautam001@Ugmail.com उनके पास आज भी उनके बाप-दादाओं के बाप-दादाओं के वक्त वाला करामाती चमचा है। उनके बाप-दादाओं के बाप-दादाओं के बाप-दादाओं को यह करामाती चमचा अपने बाप-दादाओं की लंबी परंपरा से विरासत में मिला था। इसे जरा और साफ  शब्दों में कहें तो उनके पास खानदानी चमचा है या कि वे खानदानी चमचे

भरत झुनझुनवाला आर्थिक विश्लेषक मेरा मानना है कि जब तक हम अपनी प्रशासनिक व्यवस्था को सुदृढ़ नहीं करते हैं तब तक हम मुक्त व्यापार में नहीं जीत पाएंगे। इसलिए सरकार को पहले देश के प्रशासन को सही करना चाहिए और उसके बाद ही मुक्त व्यापार पर विचार करना चाहिए। श्रम और पर्यावरण कानून का विषय

अजय पाराशर लेखक, धर्मशाला से हैं भले ही ओशो लाख कहते रहें कि हमें जो शरीर मिला है हमें उसके प्रति सदैव कृतज्ञ होना चाहिए। लेकिन हमें न ़खुद से प्रेम है और न ईश्वर से। दुनिया को छिछोरा बनाने के बाद उसे अपने छिछोरेपन से जीतने की कोशिश करते हैं। लेकिन सामूहिक छिछोरेपन के