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मीडिया इस पूरे झगड़े को हिंदू पक्ष व मुस्लिम पक्ष का झगड़ा बता कर प्रचारित कर रहा है। यह झगड़ा दरअसल भारतीय पक्ष और एटीएम यानी भारत में रह रहे अरब, तुर्क व मुगल पक्ष का है। एटीएम शायद अभी भी इस भ्रम में जी रहा है कि भारत में अभी भी तुर्कों का राज

इस सबके लिए विद्यालय स्तर पर विद्यार्थियों की सामान्य फिटनेस का मूल्यांकन कर उसमें सुधार के लिए सुझाव देकर सुधार करवाने के लिए ‘फिटनेस मूल्यांकन व सुझाव’ कार्यक्रम की शुरुआत जल्द ही करनी चाहिए। इस कार्यक्रम के अतंर्गत विद्यालय के हर विद्यार्थी का साल में तीन बार विभिन्न शारीरिक क्षमताओं का परीक्षण किया जाए… शिक्षा

फिलहाल विशेषज्ञों की राय है कि आपके पासवर्ड में सिंबल, कैरेक्टर, कैपिटल लैटर और नंबर का इस्तेमाल होना चाहिए। इससे पासवर्ड के बिट्स बढ़ते चले जाएंगे और पासवर्ड को तोड़ना आसान नहीं होगा। हमें एक और महत्त्वपूर्ण अंतर जानने की आवश्यकता है। पासवर्ड क्रैक होना और चोरी होना, दो अलग बातें हैं। हमारे यहां पासवर्ड

उनके द्वारा संचार क्रांति में किए गए कार्यों के लिए देश आज भी उन्हें याद कर रहा है तथा करता रहेगा… देश में एक समय था जब मोबाइल फोन की मात्र कल्पना की जाती थी, लेकिन उस कल्पना को साकार कर स्वप्न को संकल्प में तब्दील करने वाले देश व प्रदेश के दुर्गम से दुर्गम

पौराणिक मान्यताओं के आधार पर लोग मानते हैं कि ताजमहल से पहले यहां बहुत ही पुराना शिव मंदिर हुआ करता था। इसमें एक ऐसा प्राकृतिक शिवलिंग था जहां पर अपने आप पानी रिसता था और अभी भी वहां से पानी गिर रहा है। इस प्रकार की मान्यता आसपास के लोगों के द्वारा मानी जाती है।

शिक्षा क्षेत्र में हिमाचल ने बेशक दूसरा स्थान प्राप्त किया है, मगर जेओए की परीक्षा में करीब 1.18 लाख युवाओं का बैठना इस बात को दर्शाता है कि हम भयावह बेरोजगारी के दौर से गुजर रहे हैं… हिमाचल प्रदेश में आयोजित हो रही प्रतियोगी परीक्षाएं अब मजाक बन चुकी हैं। लोग पैसे के दम पर

सुविधा सम्पन्न लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए खुद को पिछड़ा साबित करना व गरीब बनने की जहनियत से बाहर निकालना होगा। मुल्क के सियासी रहवरों को समझना होगा कि देश की युवा ताकत को लोक लुभावन सियासी वादे, प्रलोभन व मुफ्तखोरी की खैरात नहीं चाहिए… ‘यावज्जीवेत सुखं जीवेत, ऋणं कृत्वा घृतम्

हम उम्मीद करें कि बिम्सटेक देश पांचवें शिखर सम्मेलन में सुनिश्चित किए गए संगठन के चार्टर और परिवहन मास्टर प्लान के क्रियान्वयन की डगर पर तेजी से आगे बढ़ेंगे। साथ ही आपसी कारोबार बढ़ाने के लिए शुल्क बाधाओं को दूर करने के साथ-साथ मंजूरी प्रक्रिया, नियमन और मानक जैसी बाधाओं के अविश्वास के संकट को

दूसरी तरफ  अभिभावकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस प्रकार के मामलों में लोग सरकार और प्रशासन को कोसते हैं। परंतु इसमें इनका दोष भी नहीं है। दोष तो इसमें उन लोगों का है जो पेपर लीक करते हैं या इन धांधलियों में शामिल होते हैं। सरकार को आवश्यकता है कि वह कड़े