पीके खुराना

पीके खुराना लेखक, वरिष्ठ जनसंपर्क सलाहकार और विचारक हैं ‘मी टू’ जैसे संवेदनशील मामले में विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर का नाम आने के बावजूद सरकार बेशर्मी से उनका बचाव कर रही है। अमित शाह के बेटे जयशाह का घोटाला तो बहुचर्चित हुआ ही, उसके अलावा मध्य प्रदेश का व्यापम घोटाला तो 60 से अधिक

पीके खुराना लेखक, वरिष्ठ जनसंपर्क सलाहकार और विचारक हैं सवाल यह है कि इस अवस्था में हमें क्या करना चाहिए? हमारे समाज की सोच क्या होनी चाहिए? क्या हम अपनी बेटियों को असुरक्षित छोड़ देना चाहते हैं? हम एक धार्मिक समाज हैं, नैतिकता की दुहाई देते हैं, लेकिन घरों में भी महिलाओं को उनके अपने

पीके खुराना लेखक, वरिष्ठ जनसंपर्क सलाहकार और विचारक हैं शहीद भगत सिंह के खिलाफ गवाही देने वाले उनके देशद्रोही साथियों की निंदा नहीं की जाती, क्योंकि उससे राजनीतिक लाभ नहीं मिलता, जबकि गांधी जी की निंदा का राजनीतिक लाभ है। लब्बोलुआब यह कि हमारे देश में महात्मा गांधी और शहीद भगत सिंह के नाम का

पीके खुराना लेखक, वरिष्ठ जनसंपर्क सलाहकार और विचारक हैं इस योजना के माध्यम से लोगों के स्वास्थ्य से संबंधित जानकारी इकट्ठी की जाएगी। आयकर दाताओं की जेब से टैक्स के रूप में निकले हजारों करोड़ रुपए की लागत से लगभग 50 करोड़ लोगों का डेटा इकट्ठा किया जाएगा और फिर वह जानकारी न केवल निजी

पीके खुराना लेखक, वरिष्ठ जनसंपर्क सलाहकार और विचारक हैं दरअसल, मुस्लिम विरोध की उग्रता में मोदी और शाह बहुत आगे चले गए थे और हिंदू राष्ट्र के निर्माण को लेकर उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं के मन में इतनी उम्मीदें जगा दी थीं कि अब वापस लौटना आसान नहीं था। यही कारण है कि मोहन भागवत से

पीके खुराना लेखक, वरिष्ठ जनसंपर्क सलाहकार और विचारक हैं शहाबुद्दीन याकूब कुरैशी ने इस बहस को शुरू करते हुए ‘दि हिंदू’ को दिए अपने इंटरव्यू में आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली का पक्ष लिया। उन्होंने चुनाव प्रणाली से जुड़े कई और मुद्दों पर भी बात की और कहा कि अब चूंकि चुनाव आयोग ने सर्वोच्च न्यायालय को

पीके खुराना लेखक, वरिष्ठ जनसंपर्क सलाहकार और विचारक हैं पिछले वर्ष के वित्त विधेयक में सरकार ने यह प्रावधान किया था कि विदेशी कारपोरेट कंपनियां राजनीतिक दलों को गुप्त रूप से भी फंड दे सकती हैं, उसकी कोई उच्चतम सीमा भी नहीं होगी और उनसे या संबंधित राजनीतिक दलों से इस बारे में पूछताछ भी

पीके खुराना लेखक, वरिष्ठ जनसंपर्क सलाहकार और विचारक हैं  दरअसल, रुपए का अवमूल्यन सदैव हानिकारक ही हो, ऐसा नहीं है। रुपए के अवमूल्यन से विदेशों में जाकर शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों का खर्च एकदम से बढ़ जाता है और आयात महंगा हो जाता है, लेकिन इससे निर्यातकों को लाभ होने के अवसर बढ़ जाते

पीके खुराना लेखक, वरिष्ठ जनसंपर्क सलाहकार और विचारक हैं स्वतंत्रता दिवस हमारे लिए गर्व का विषय है, पर हमें साथ-साथ यह भी सोचना होगा कि स्वतंत्रता पूर्ण हो, यह व्यक्ति को समर्थ बनाए, उसे बेडि़यों में न बांधे, बल्कि एक व्यक्ति के रूप में उसकी जीत में सहायक हो, उसकी उन्नति और समृद्धि का साधन