कम्पीटीशन रिव्यू

नासा ने भी स्वीकार किया है कि संस्कृत सबसे वैज्ञानिक भाषा है। संस्कृत की शिक्षा आपको केवल  कर्मकांडों तक ही सीमित नहीं रखती बल्कि पारंपरिक ज्ञान के आधार को विस्तृत करने में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है। वर्तमान समय में ऐसे युवाओं की संख्या फिर से बढ़ रही है, जो संस्कृत भाषा के जरिए अपने

नए मुख्य न्यायाधीश एल नारायण स्वामी ने रविवार को राजभवन में आयोजित समारोह में हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के 25वें मुख्य न्यायाधीश की शपथ ली। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। समारोह में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, हिमाचल हाईकोर्ट के न्यायाधीश, मद्रास हाईकोर्ट के न्यायाधीश, महाधिवक्ता अशोक शर्मा, डीजीपी सीताराम मरडी आदि

मैं वाणिज्य विषयों सहित प्लस वन का छात्र हूं। आगे कम्प्यूटर क्षेत्र में करियर बनाना चाहता हूं। मार्गदर्शन करें। पवन कुमार , मंडी कॉमर्स विषय पर पकड़ बनाने का आप भरपूर प्रयास करें। आप ग्रेजुएशन तक इसी विषय को लेकर अपनी पढ़ाई जारी रख सकते हैं। इस दौरान आप ऐसे कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर की ट्रेनिंग लेने

देश में रोजगार की स्थिति नीति आयोग के अंतर्गत आने वाले स्वायत्त संस्थान राष्ट्रीय श्रम अर्थशास्त्र अनुसंधान एवं विकास संस्थान (एनआईएलईआरडी) का  कहना है कि नौकरियों में वृद्धिदर धीमी जरूर है लेकिन रोजगार विहीन वृद्धि की बात सही नहीं है। यह बात ऐसे समय कही गई है जब देश में पर्याप्त संख्या में रोजगार सृजन नहीं

प्रोफाइल नाम- रोहित मालपानी पद – एसपी बद्दी (पुलिस जिला) जन्म तिथि – 21 जून, 1986 आईएएस  बैच – वर्ष 2012 शिक्षा – सेंट एसेलम पिंक सिटी स्कूल जयपुर, आईआईटी मद्रास पत्नी का नाम- डा. छवि जन्म स्थान- जयपुर, राजस्थान अब तक किन-किन पदों पर रहे : एएसपी बिलासपुर, एएसपी शिमला ग्रामीण, एसपी किन्नौर, एसपी

भावना सोकटा एशिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में कर्म के हर क्षेत्र में अपना डंका बजाने वाली बेटियों की कामयाबी की जितनी खबरें पढ़ें उतनी कम हैं।  चाहे वह शिक्षा का क्षेत्र हो या फिर अंतरिक्ष में जाना।  एक बार फिर कुछ ऐसा ही कारनामा कर दिखाया है हिमाचल की बेटी भावना सोकटा ने। शिमला  की

मेरा भविष्‍य मेरे साथ-7 करियर काउंसिलिंग कालेज छूटने को भगवान का अन्याय व बदकिस्मती मान, दुखी मन से मैं, पठानकोट रेलवे स्टेशन पर भीड़, शोर, गर्मी और मच्छरों के बीच सेना ट्रेनिंग सेंटर जाने वाली रेल का इंतजार कर रहा था। प्लेटफार्म पर भीड़ देख लग रहा था मानो पूरा मुल्क ही सफर पर निकल

एक था घोड़ा। बहुत बलशाली हवा से भी तेज दौड़ता। उसे अपनी चाल पर बहुत घमंड था। उसने अपना नाम जाबांज रख लिया था। उसका दावा था कि दुनिया में कोई भी उससे तेज नहीं दौड़ सकता। उसकी जंगल में जिस भी किसी जानवर से मुलाकात होती उससे दौड़ने की शर्त लगा देता। जीतने के