कम्पीटीशन रिव्यू

चंबा से चल कर बसों व जीपों द्वारा श्रद्धालु भरमौर पहुंचते हैं जिसका दूसरा नाम चौरासी भी है क्योंकि 84 सिद्धों ने यहां अपनी धूनी रमाई थी।  तत्कालीन औलाद विहीन राजा साहिल वर्मन ने बाद  में अपने गुरु व सलाहकार बाबा चरपटनाथ की सलाह पर अपनी बेटी चम्पा  के नाम पर यह शहर बसाया था

पर्यावरण शब्द की उत्पत्ति के साथ ही प्रदूषण शब्द की  उत्पत्ति हो गई है। कुछ ही वर्षों में ये  एक-दूसरे के बहुत करीब हो गए, धीरे-धीरे विभिन्न कारणों से पर्यावरणीय तत्त्वों में विकृति होने से पर्यावरणीय चक्र में अनिश्चितता भी आने लगी है। पारिस्थितिकी में असंतुलन उत्पन्न होने की  स्थिति को  ही प्रदूषण कहा जाने

प्राथमिक रंग दो प्रकार के होते हैं। एक तो वे जो प्रकाश के रंग होते हैं लाल, हरा और नीला और दूसरे वे जो पिगमेंट्स यानी पदार्थों के रंग होते हैं। यानी वे जिनका प्रयोग हम पेंटिंग आदि में करते हैं। ये हैं लाल, नीला और पीला, इन दोनों में मोटे तौर पर फर्क गुणों

पश्चिम में तो संग्रहालय विज्ञान काफी समय से लोकप्रिय है, लेकिन भारत में पढ़ने के एक विषय के तौर पर इसका महत्त्व बढ़ रहा है। संस्कृति और विरासत का शिक्षा से गहरा संबंध है। अवशेषों और प्राचीन सामग्रियों को सुरक्षित रखकर संग्रहालय मानव इतिहास, संस्कृति और धर्म आदि की रक्षा में अहम भूमिका निभाते हैं।

यूजियम में करियर संबंधित विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने भाषा एवं संस्कृति विभाग के सहायक निदेशक त्रिलोक सूर्यवंशी से खास बातचीत की.. त्रिलोक सूर्यवंशी सहायक निदेशक  भाषा एवं संस्कृति विभाग  यूजियम में करियर अपनाने वाले युवाओं को किन बातों का ज्ञान होना चाहिए? युवाओं को इतिहास, ललित कला संस्कृति, सांस्कृतिक धरोहरों, पुरातात्विक दृष्टि

पैरा एथलीट दीपा को खेल रत्न रियो पैरालिंपिक खेल-2016 में दीपा मलिक ने शॉट-पुट में रजत पदक जीता, दीपा ने 4-61 मीटर तक गोला फेंका और दूसरे स्थान पर रहीं। पैरालिंपिक खेलों में मेडल जीतने वाली दीपा पहली भारतीय महिला बन गई हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रियो पैरालंपिक- 2016 में पदक जीतने वाली पहली

अर्जित सेन ठाकुर, एसपी हमीरपुर प्रोफाइल नाम : अर्जित सेन ठाकुर (पुलिस अधीक्षक हमीरपुर) जन्म : 1983 आईपीएस : 2013 बैच गांव : सिहुंता, जिला चंबा प्राथमिक और उच्च शिक्षा : सेंट एड्वड्ज स्कूल शिमला, एनआईटी हमीरपुर से मकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की। उसके बाद एमएनसीएस में चेन्नई, हैदराबाद, बंगलुरु, मुंबई और दिल्ली में सॉफ्टेवयर

मेरा भविष्‍य मेरे साथ-2 करियर काउं‌सिलिंग/कर्नल (रिटायर्ड) मनीष धीमान गांव के स्कूल में जब भी हम खेलने की बात करते थे ,वहां पर हॉकी, कबड्डी, खो-खो, बैडमिंटन आदि खेल खेले जाते थे और उन्हीं की ही जिला और राज्य स्तर की प्रतिस्प्रदा होती थी। जब हम शहर के कालेज में पहुंचे तो कालेज के गेट