कम्पीटीशन रिव्यू

डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जन्मदिन 5 सितंबर डा. राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर, 1888 को तमिलनाडु के छोटे से गांव तिरुमनी में ब्राह्मण परिवार में हुआ था। सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन को हि हम शिक्षा दिवस के रूप में मनाते हैं। विश्व के विभिन्न देश अलग-अलग तारीखों में शिक्षक दिवस को मनाते हैं। शिक्षक दिवस अपने

1. कपड़े उतरवाए पंखा चलवाए कहती ठंडा पीने को भी-अभी तो नहा के आया फिर से कहती नहाने को।   न किसी से झगड़ा न लड़ाई , फिर भी होती सदा पिटाई बताओ कौन। 3  जो जाकर न वापस आए जाता भी वह नजर न आए सारे जग में उसकी चर्चा वह तो अति बलवान

पहाड़ी बच्चा : टीचर जी मेरा पैन गुआच गया, टीचर हंसते-हंसते : कैसे गुआचा पहाड़ी बच्चा : टीचर जी मैं घर जा रहा था, तो रास्ते में खढ़ बग रही थी। मैं जैसे ही टपने लगा, मेरा पैन नीचे पानी में पो गया। टीचर : फिर तुमने क्या किया? पहाड़ी बच्चा : जैसे ही मैं

कबीर दास जी ने सत्य ही कहा है गुरु बिन ज्ञान न उपजै, गुरु बिन मिलै न मोक्ष। गुरु बिन लखै न सत्य को गुरु बिन मिटै न दोष… भारतीय संस्कृति में गुरु का स्थान हमेशा ऊंचा रहा है, यह वही देश है जहां गुरु द्रोणाचार्य के कहने पर एकलव्य ने अपना अंगूठा काटकर अपने

गणपति बप्पा मोरेया, मंगलमूर्ति मोरेया, अगले बरस तू जल्दी आ। इस नारे के साथ देश में जगह-जगह गणपति की मूर्ति विसर्जित की जाती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी से अगले 10 दिन तक गणपति को वेद व्यास जी ने भागवत कथा सुनाई थी। इस कथा को

यमुना नदी सिरमौर की सीमा के साथ बहती हुई यह ‘ताजेवाला’ हैडवर्क्स के पास  हरियाणा में प्रवेश कर जाती है। हिमाचल प्रदेश में इसका स्त्रवण क्षेत्र 2320 किलोमीटर है। पौंटा साहिब इसके किनारे हिमाचल प्रदेश का प्रसिद्ध शहर है। इसका पौराणिक संबंध ‘सूर्य देव’ से है। यह लगभग 22 किलोमीटर की लंबाई तक हिमाचल में

मैं इंडियन कोस्ट गार्ड से जुड़ कर करियर बनाना चाहती हूं। महिलाओं के लिए इसमें नौकरी की क्या-क्या संभावनाएं हैं? —आंचल, मंडी इंडियन आर्म्ड फोर्सेज की सबसे युवा ब्रांच इंडियन कोस्ट गार्ड है। ये हमारी 7615 किमी लंबी कोस्टलाइन की रक्षा करते हैं। कुछ काम ये इंडियन नेवी के साथ मिल कर भी करते हैं।

ओलंपिक रजत पदक विजेता और भारतीय बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु ने रविवार को इतिहास रच दिया। उन्होंने बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप-2019 के फाइनल में दुनिया की चौथे नंबर की खिलाड़ी जापान की नोजोमी ओकुहारा को हराकर चैंपियनशिप में पहली बार स्वर्ण पदक जीत लिया। वर्ल्ड रैंकिंग में पांचवें पायदान पर काबिज सिंधु ने ओकुहारा को सीधे

सुमेरू पर्वत पर सौमरि ऋषि का आश्रम था। उनकी अत्यंत रूपवान तथा पतिव्रता पत्नी का नाम मनोमयी था। एक दिन ऋषिवर लकड़ी लेने के लिए वन में चले गए। उनके जाने के पश्चात मनोमयी गृहकार्य में व्यस्त हो गईं। उसी समय एक दुष्ट कौंच नामक गंधर्व वहां आया। जब कौंच ने लावव्यमयी मनोमयी को देखा,