कम्पीटीशन रिव्यू

कंपनियां तो दवाइयां बना देती हैं, पर उनके प्रचार- प्रसार का जिम्मा फार्मा मार्केटिंग एक्सपर्ट पर  होता है। दवा व्यापार के क्षेत्र में मार्केटिंग में अगर करियर बनाना चाहते हैं, तो जरूरी है चिकित्सा क्षेत्र की उम्दा जानकारी का होना और उससे भी अहम है मैनेजमेंट, चिकित्सा और दवा तीनों की पर्याप्त जानकारी का होना…

जीडी अग्रवाल उर्फ स्वामी ज्ञान स्वरूप सानंद का जन्म 20 जुलाई, 1932 को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिला के कंधला गांव में हुआ । वह भारत के पर्यावरण इंजीनियरिंग के अगुआ माने जाते हैं। वह सन् 2009 में भागीरथी नदी पर बांध बनाने के विरोध में अनशन पर बैठने के लिए काफी चर्चित हुए। जीडी

एनके नेगी वास्तुविद्या को भगवान द्वारा दिया वरदान मानते हैं। उनका कहना है कि यह कला हर किसी को नहीं मिलती। यह एक सृजनात्मक कला है। आर्किटेक्ट जो नहीं होता, उसको अपनी कल्पना में देखता है और उसका सृजन करता है। उनका कहना है कि किसी भी भवन का डिजाइन बनाने के लिए साइट की

ग्लोबल कल्चरल हेरिटेज में कुंभ योग के बाद मोदी सरकार ने प्रसिद्ध कुंभ मेले की ओर दुनिया का ध्यान आकर्षित कराते हुए इसे यूनेस्को की लिस्ट में शामिल कराने की दिशा में कदम बढ़ाया। इसके साथ ही हिंदुओं के इस बड़े तीर्थ मेले को ग्लोबल इंटेंजिबल कल्चरल हेरिटेज लिस्ट में शामिल कर लिया गया है।

किसी एक बीमारी के इलाज के लिए तमाम तरह की रिसर्च और स्टडी के बाद एक रसायन (साल्ट) तैयार किया जाता है, जिसे आसानी से उपलब्ध करवाने के लिए दवा की शक्ल दे दी जाती है। इस साल्ट को हर कंपनी अलग-अलग नामों से बेचती है। कोई इसे महंगे दामों में बेचती है तो कोई

* तीन महीने बाद एयर इंडिया को अब अपना स्थायी मुखिया मिल गया है। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी प्रदीप सिंह खरोला ने एयर इंडिया के चेयरमैन के तौर पर चार्ज संभाल लिया है। तीन महीने पहले अस्थायी चीफ बनाए गए राजीव बंसल ने खरोला को चार्ज सौंपा। बीते चार महीनों में एयर इंडिया में तीन बार

अश्वनी कुमार चेयरमैन पंकज शर्मा प्रिंसीपल जिला कांगड़ा में रक्कड़ के समीप सदवां में स्थापित लोटस इंटरनेशनल कान्वेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल की स्थापना सन् 2012 को हुई थी। स्कूल का कैंपस 2.5 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। यह प्रथम स्कूल है, जिसे अपने प्रथम सत्र में ही सीबीएसई की मान्यता प्राप्त हो गई थी।

कौन जाने, आप अपनी सफलता की सीढ़ी के आखिरी पायदान पर खड़े हों और आपकी यही कोशिश, आपकी सफलता के लिए आखिरी कोशिश हो क्योंकि यदि 9999 बार असफल होने के बाद एडिसन ने 10000वीं बार अपनी अंतिम कोशिश न की होती, तो शायद हम आज भी दीपक या चिमनी की रोशनी में ही जी

1688 ई. में बिलासपुर के राजा भीम चंद और मंडी के राजा सिद्धसेन द्वारा बीजापुर को जलाए जाने के प्रतिकार के रूप में कटोच राजा उदय चंद द्वारा मंडी के 64 सैनिकों के सिर कलम करके उनका अंतिम संस्कार किया गया था। मंडी नगर में चौंटा राजा सिद्धसेन द्वारा इन 64 सैनिकों की याद में